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शनिवार, 22 अगस्त 2009

मैनपुरी के पत्रकारों के साथ हुयी अभद्रता - कवरेज करने से रोका गया




आज सुबह के समाचार पत्रों और लोकल न्यूज़ चैनल पर आ रही न्यूज़ से मैनपुरी की जनता को अब तक यह पता चल ही गया होगा कि एक पत्रकार को किस तरह अपना कार्य करने से रोका गया और तो और उसके साथ अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी गई | उस पत्रकार की गलती बस इतनी की वो सही समय पर, सही जगह पर, सही तरीके से अपना काम कर रहा था |

अगर जनपद का येही हाल रहा तो शायद ही कोई भी युवा आगे से पत्रकारिता को अपना पेशा बनने की हिम्मत करेगा, भाई साफ़ सी बात है..... 'जान है तो जहान है ' |

मामला कुछ एसा था कि
कोतवाली के पीछे मोहल्ला बालाजीपुरम में स्थित सिगरेट की फैक्ट्री पर गुरुवार की रात केन्द्रीय उत्पाद शुल्क के अधिकारियों ने छापा मारा तो हड़बड़ी की स्थिति उत्पन्न हो गयी। क्योंकि कागजों में बंद फैक्ट्री मौके पर चलती मिली। आसपास निवास कर रहे लोगों में भी इस छापे को लेकर कयासबाजी का दौर चलता रहा। करीब 12 घंटे तक चले छापे के दौरान टीम ने अभिलेख खंगालने के बाद मशीनों को भी सील कर दिया गया। इस छापे में करीब तीन लाख रुपये के टैक्स चोरी का खुलासा किये जाने की बात सामने आई है।

गुरुवार की रात केन्द्रीय उत्पाद शुल्क फर्रुखाबाद के डिप्टी कमिश्नर के.माथुर के नेतृत्व में अधीक्षक मासूक अली व बन्ने मियां तथा निरीक्षक एसएन सिंह कुशवाह सहित अन्य कर्मचारियों ने कोतवाली के पीछे स्थित सिगरेट फैक्ट्री पर छापा मारा तो हड़बड़ी मच गयी। छापा रात्रि करीब 1 बजे मारा गया जो शुक्रवार को दिन में करीब 1 बजे जाकर पूरा हो सका। सूत्रों के मुताबिक उक्त सिगरेट फैक्ट्री विभाग के अभिलेखों में विभाग द्वारा सील फैक्ट्री के रूप में दर्ज थी लेकिन जब छापा पड़ा तो फैक्ट्री संचालित होते मिली। विभागीय सूत्रों के मुताबिक संचालक द्वारा सील तोड़कर फैक्ट्री का संचालन आरम्भ कर दिया गया था। छापे के दौरान विभाग के लोगों ने यहां मौजूद अभिलेखों तथा स्टाक का निरीक्षण किया। इस दौरान यहां मौजूद दो मशीनों को भी सील कर दिया गया। फैक्ट्री पर किसी प्रकार का साइन बोर्ड नहीं था। जिससे साबित हो कि इस फैक्ट्री का नाम क्या है। छापे के दौरान भारी अनियमितताएं मिली हैं।

इसी छापे के समय लोकल न्यूज़ चैनल 'सत्यम' की टीम भी बाकी पत्रकारों व अन्य न्यूज़ चैनलों के साथ वहाँ मौजूद थी | फैक्ट्री संचालक दीपक दुबे तथा उसके साथियो को येही गवारा न हुआ कि मीडिया उनकी काली करतूतों को जनता के सामने लाये | वहां मौजूद "सत्यम न्यूज़" के रिपोर्टर आशीष दिक्षित को जान से मरने की धमकी देते हुए दिल्ली निवासी दीपक दुबे ने अपने साथियो सहित पत्रकारों पर हमला कर दिया | उन लोगो ने वहां रिपोर्टिंग कर रहे दलित पत्रकारों को देख जाति सूचक गालियों की बौछार कर दी और मारपीट करते हुए कवरेज करने से रोकने लगे | जो भी बीच बचाव में आया उन लोगो ने उसे भी नहीं छोड़ा | पत्रकारों द्वारा विरोध करने पर दीपक दुबे ने उन पर हमला करते हुए अपनी रिवाल्वर तान जान से मारने की धमकी दी | इस घटना के विरोध में "सत्यम न्यूज़" के चीफ एडिटर हिर्देश सिंह ने कोतवाली में घटना का अभियोग IPC तथा SC/ST ACT में दर्ज करवाया है | मामले की जांच सीओ सिटी अजित कुमार सिन्हा को सौप दी गई है जिन्होंने जल्द से जल्दी कारवाही की बात कही है |

ज्ञात हो कि इस फैक्ट्री के विषय में पहेले भी स्थानीय लोगो द्वारा जिलाधिकारी को लिखित में कइयो बार शिकायत की जा चुकी है कि इस फैक्ट्री से होने वाले प्रदुषण से आस पास के इलाके में रहेने वालो को स्वास की बीमारी हुयी है |

आज पूरे दिन जनपद में इसी घटना का ही चर्चा रहा | सभी ने पत्रकारों पर हुए हमले की घोर निंदा की | जिले के सभी पत्रकारों में इस घटना को ले कर रोष है | सभी ने सिंह की पहल का समर्थन करते हुए उन्हें जनपद का एक आदर्श पत्रकार बताया और दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सज़ा देने की प्रशासन से अपील की है |

हिर्देश सिंह के बारे में आधिक जानने के लिए पढ़े :-

मैनपुरी का सितारा -- हिर्देश सिंह |


3 टिप्‍पणियां:

  1. मैं भी इस कार्यवाही की कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ और दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सज़ा देने की प्रशासन से अपील भी करता हूँ.|

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  2. प्रशासन को कड़े कदम उठाने चाहिये ।

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