यूनीकान फिनांशल के वित्तीय मुख्य कार्यकारी जी नागपाल ने कहा कि अमेरिका के मोर्चे पर सकारात्मक घटनाक्रम के कारण घरेलू बाजार में तेजी की धारणा रहेगी। पहले कुछ दिनों में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है, जबकि सप्ताह के बाकी दिनों में तेजी की उम्मीद बनी रहेगी। बाजार सूत्रों का मानना है कि फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष बेन बेर्नांके ने शुक्रवार को कहा था कि पिछले वर्ष के मुकाबले अर्थव्यवस्था के काफी सिकुड़ने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि आर्थिक गतिविधियां अमेरिका और उससे बाहर के देशों में फिर से फैल रही हैं। उनके इस कथन के बाद इस सप्ताह लिवाली में स्थिरता आने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि आर्थिक विकास का नजदीकी भविष्य काफी बेहतर है।
एसएमसी ग्लोबल के उपाध्यक्ष राजेश जैन ने कहा कि माहौल में आशा का संचार है क्योंकि बर्नांके के बयान के बाद अमेरिका और यूरोपीय बाजारों में भारी तेजी आई है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था संभावना से भरी नजर आती है जिसका अन्य अर्थव्यवस्थाओं पर सकारात्मक असर होगा।
विश्लेषकों का मानना है कि तकनीकी सुधार का सामना करने के बाद अमेरिका और यूरोपीय बाजारों में तेजी का रूख है जिसके बाद एशियाई बाजारों में भी तेजी आ सकती है।
तीन सप्ताहों में करीब छह प्रतिशत की गिरावट का सामना करने के बाद बीएसई सेंसेक्स पिछले शुक्रवार को कारोबार के अंत में 171 अंकों की गिरावट दर्शाता बंद हुआ। नागपाल ने कहा कि भारतीय बाजार में नकदी की कोई समस्या नहीं है क्योंकि घरेलू निवेशकों के पास काफी धन हैं तथा बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ रही है। भले ही विदेशी निधियां बाजार में नहीं आती, घरेलू नकदी बाजार में तेजी को बनाए रखेगी। इसके अलावा 27 अगस्त को वायदा और विकल्प खंड के अगस्त अनुबंध की समयसीमा के समाप्त होने से पहले बाजार में कारोबार में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
वाल स्ट्रीट में डाउ जोन्स औद्योगिक सूचकांक 155.91 अंकों की तेजी के साथ 9,505.96 अंक पर था, जबकि स्टैंडर्ड्स एंड पूअर्स 500 इंडेक्स 18.76 अंकों की तेजी के साथ 1,026.13 अंक पर था।
शेअर मार्केट की अच्छी जानकारी
जवाब देंहटाएंसुन्दर एवं अच्छी जानकारी।
जवाब देंहटाएंगणेश उत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ।