क्रिकेट, हाकी और मुक्केबाजी के बाद सहारा इंडिया ने भारतीय खेलों के विकास की प्रतिबद्धता के तहत अगले चार वर्र्षो के लिए राष्ट्रीय तीरंदाजी टीम का प्रायोजक बनने का फैसला किया है।
सहारा अब प्रत्येक वर्ष देश के शीर्ष 10 तीरंदाजों को उनके प्रदर्शन के आधार पर आर्थिक प्रोत्साहन देगा। वह भारतीय तीरंदाजी संघ से संपर्क के बाद साल में सबसे निरंतर प्रदर्शन करने वाले और उभरते तीरंदाज को चुनेगा। सहारा इंडिया परिवार के प्रबंध कार्यकर्ता सुब्रत राय सहारा ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा करने के लिए खेलों और खिलाड़ियों को हमारे सहयोग, उत्साहवर्धन और मानसिक रूप से समर्थन की जरूरत है। तीरंदाजी को हमारी मदद इसी दिशा में किया गया प्रयास है।'
राय ने कहा, 'तीरंदाजी की संस्कृति काफी पुरानी है और कौशल खेल के रूप में भारत में इसकी काफी संभावनाएं हैं। मुझे लगता है कि भारतीय तीरंदाजों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसमें शानदार प्रदर्शन कर देश को गौरव दिलाने की क्षमता है।' भारतीय तीरंदाजी संघ ने भी सहारा की इस पहल की तारीफ करते हुए कहा कि इससे देश में तीरंदाजी को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
संघ के महासचिव परेश मुखर्जी ने कहा, 'मुझे पूरा भरोसा है कि इस जुड़ाव से न सिर्फ महासंघ को बल्कि हमारे तीरंदाजों को भी फायदा मिलेगा। उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।'
शाबाश सहारा |
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