बेहतर कारपोरेट कमाई व ग्लोबल बाजारों में तेजी के दम पर दलाल स्ट्रीट दूसरे दिन भी झूमती रही। विदेशी फंडों के लिवाली समर्थन से बंबई शेयर बाजार [बीएसई] का सेंसेक्स शुक्रवार को 282.35 अंक यानी 1.83 फीसदी की छलांग लगाकर 13 माह के उच्चतम पर पहुंच गया। यह बाजार बंद होने के समय 15670.31 पर था। इससे पहले यह सूचकांक 17 जून, 08 को इस ऊंचाई पर था। एक दिन पहले यह 15387.96 अंक पर बंद हुआ था।
इसी प्रकार नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 65 अंक यानी 1.42 फीसदी उछलकर 4636.45 पर बंद हुआ। गुरुवार को यह 4571.45 अंक पर था।
चालू वित्त वर्ष 2009-10 की पहली तिमाही के दौरान अधिकतर कंपनियों के बेहतर नतीजों ने निवेशकों के बीच यह उम्मीद जगा दी है कि यह साल कारपोरेट जगत के लिए बढि़या रहेगा। एक दिन पहले भारतीय स्टेट बैंक और आटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अच्छे नतीजे घोषित किए हैं। गुरुवार को विदेशी फंडों ने दलाल स्ट्रीट में शेयरों की जमकर खरीद कर बाजार धारणा को ऊपर उठा दिया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स विदेशी बाजारों में मजबूती देखते हुए बढ़त के साथ 15449.47 अंक पर खुला। भारी लिवाली के बल पर यह एक समय सत्र के उच्चतम स्तर 15732.81 अंक तक भी पहुंचा। मुनाफावसूली के चलते नीचे में यह 15449.47 अंक तक लुढ़का। कारोबार की समाप्ति के आखिरी आधा घंटे में फिर से लिवाली का जोर बढ़ने से सेंसेक्स 13 माह के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी ने भी सत्र के दौरान ऊंचे में 4669.75 अंक का स्तर छुआ।
आयल एंड गैस, एफएमसीजी, बैंकिंग और आईटी कंपनियों के शेयरों को बीएसई में ताजा लिवाली का सबसे ज्यादा फायदा मिला। मेटल सूचकांक में भी मजबूती रही, हालांकि रीयल एस्टेट वर्ग के सूचकांक को गिरावट का सामना करना पड़ा। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में 23 के शेयर ऊपर चढ़े, जबकि 7 के दाम नीचे उतरे। इस दिन बीएसई में कुल कारोबार 6292.49 करोड़ रुपये रहा।
अच्छी खबर दी है।
जवाब देंहटाएंबधाई।
बढ़िया खबर दी आपने. धन्यवाद.
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