सदस्य

 

बुधवार, 14 अक्टूबर 2009

जलाएं प्रेम का दीया




दीपक की बाती जलने के लिए उसका तेल में डूबा रहना जरूरी है। साथ ही, उसका तेल से बाहर रहना भी उतना ही जरूरी है। यदि बाती तेल में पूरी तरह डूब जाती है, तो वह प्रकाश नहीं दे पाती। हमारा जीवन भी दीपक की बाती के समान है। हमें संसार में रहते हुए भी उससे अधिक प्रभावित नहीं होना चाहिए। यदि आप पदार्थ जगत में डूब जाएंगे, तो जीवन में आनंद और ज्ञान दोनों नहीं मिल पाएगा। इसलिए सांसारिक माया-मोह में डूबने से बचें। ज्ञान और प्रकाश के प्रकट होने का उत्सव ही दीवाली है। इस दिन घरों में की जाने वाली रोशनी न केवल सजावट के लिए होती है, बल्कि वह जीवन के गहरे सत्य को भी व्यक्त करती है। वह संकेत देती है कि हम हरेक दिल में प्रेम और ज्ञान की लौ प्रज्ज्वलित करें और सभी के चेहरों पर सच्ची मुस्कान लाएं।
प्रत्येक मनुष्य में कुछ सद्गुण होते हैं। प्रज्ज्वलित दीपक इसी का प्रतीक है। केवल एक ही दीप जला कर संतुष्ट न हों, हजारों दीप प्रज्ज्वलित करें, क्योंकि अज्ञानता के अंधकार को दूर करने के लिए हमें अनेक ज्योतिपुंज जलाने होंगे। ज्ञान की ज्योति प्रज्ज्वलित होने से आत्मा के सभी पहलू जाग्रत हो जाते हैं। जीवन का एक और गूढ़ रहस्य दीवाली के पटाखों के फूटने में है।
जीवन में कई बार आप पटाखों के समान अपनी दबी हुई भावनाओं, कुंठाओं और क्रोध के कारण अति ज्वलनशील रहते हैं, बस फूटने के लिए तैयार। आप अपने राग-द्वेष, घृणा आदि को दबाकर फटने की उस स्थिति तक पहुंच जाते हैं कि अब फूटे कि तब। पटाखे फोड़ने की प्रथा दबी हुई भावनाओं से मुक्ति पाने का एक सुंदर मनोवैज्ञानिक उपाय है। जब आप बाहर विस्फोट देखते हैं, तो आपके अंदर भी वैसी ही कुछ अनुभूति होती है। विस्फोट के साथ प्रकाशपुंज भी होता है। आप अपनी दबी हुई भावनाओं से मुक्त होते हैं, फिर भीतर शाति का उदय होता है।
अपने नित नूतन और चिर पुरातन स्वभाव का अनुभव करने के लिए इन दबी हुई भावनाओं से मुक्त होना अति आवश्यक है। दीपावली का अर्थ है वर्तमान क्षण में जीना। अतीत का पछतावा और भविष्य की चिंता छोड़ कर वर्तमान क्षण में जिएं।

5 टिप्‍पणियां:

  1. दीपक , तेल और बाती के सहारे जीवन के दर्शन को समझाने की अच्‍छी कोशिश की है आपने .. पढकर अच्‍छा लगा !!

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत ही सुंदर बात कही आप ने दीपक ओर बति के माध्यम से धन्यवाद

    आप को ओर आप के परिवार को दीपावली की शुभ कामनायें

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत बढ़िया लिखा है।
    धनतेरस, दीपावली और भइया-दूज पर
    आप सभी को ढेरों शुभकामनाएँ!

    जवाब देंहटाएं
  4. दीपावली ki आप सभी को bahoot bahoot शुभकामनाएँ......

    जवाब देंहटाएं
  5. आपको और आपके परिवारजनों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाये .

    जवाब देंहटाएं

आपकी टिप्पणियों की मुझे प्रतीक्षा रहती है,आप अपना अमूल्य समय मेरे लिए निकालते हैं। इसके लिए कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।

ब्लॉग आर्काइव

Twitter