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सोमवार, 21 सितंबर 2009

बोल कलावती, तेरे मन में क्या है ??



कांग्रेस के युवराज ने जिस कलावती की दयनीय हालत की चर्चा संसद में कर उसे राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में ला दिया था, वही कलावती अब कांग्रेस के खिलाफ खड़ी है। कलावती महाराष्ट्र की वानी विधानसभा सीट से पर्चा दाखिल करने जा रही है।
रिपब्लिकन लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट [आरएलडीएफ] ने रविवार को कलावती के समर्थन के साथ चुनाव प्रचार के लिए उसे पांच लाख रुपये देने का भी ऐलान किया।
आरएलडीएफ के नेताओं ने विदर्भ के एक किसान की विधवा कलावती बांडुरकर से मुलाकात कर यवतमाल जिले की इस सीट से लड़ने के लिए चुनावी रणनीति पर चर्चा की। बाद में मोर्चे में शामिल पीडब्ल्यूपी के नेता जयंत पाटिल ने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि कलावती किसानों के परिजनों की तकलीफों की प्रतीक है।
रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया [आरपीआई] के नेता रामदास अठावले और पाटिल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस पर किसानों से झूठे वादे करने का आरोप लगाया। इन नेताओं ने कहा, 'विदर्भ के दौरे पर कांग्रेस महासचिव राहुल गाधी कलावती से उसके घर पर मिले थे और लोकसभा में अपने भाषण के जरिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान उसकी ओर खींचा था। लेकिन, जब वह वादे के मुताबिक राहुल से मदद मांगने दिल्ली गई तो उसे भगा दिया गया। यह दिखाता है कि कांग्रेस का नजरिया क्या है।' पाटिल ने बताया कि उनकी पार्टी कलावती को चुनाव प्रचार के लिए पांच लाख रुपये देगी।
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राहुल बाबा रचित 'कलावती प्रेम' की 'सत्यता' के बारे में जरूर पढ़े  :-  

कलावती को भूले राहुल लाला ....पर क्यों भला ???


2 टिप्‍पणियां:

  1. एक कलावती की ही क्‍यूं .. भारत में न जाने कितनी कलावतियां होंगी !!

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  2. अजी जब जीत गये तो जाये कलावती भाड मै, यही हाल इस देश का है,युवराज..... भारत यात्रा पर भी तो गये थे, अब रेल ओर हवाई जहाज पर मां बेटा देश कॊ पागल बना रहे है, क्यो नही हम सब पुछत इन सब सबालो के जबाब इन ?? से

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