इस सप्ताह शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव दर्ज किया जा सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि डेरिवेटिव्ज खंड में सौदों के निपटान से पहले बाजार उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा।
बीते सप्ताह के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही 16 महीने के उच्चतम स्तर को छू गए और इस अवधि में सेंसेक्स और निफ्टी में करीब तीन-तीन फीसदी तक की तेजी देखने को मिली।
बंबई स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 16,820.02 अंक और 16,229.95 अंक के दायरे में घूमने के बाद सप्ताहांत में 477 अंक अथवा 2.93 फीसदी की तेजी के साथ 16,741.30 अंक पर बंद हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 5,003.05 अंक की ऊंचाई को छूने के बाद सप्ताहांत में 146.50 अंक अथवा 3.03 फीसदी की तेजी के साथ 4,976.05 अंक पर बंद हुआ।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इस सप्ताह बाजार की धारणा मजबूत रहने की संभावना है, भले ही निवेशक घरेलू डेरिवेटिव्ज खंड में सौदे निपटाने से पूर्व सतर्कता का रुख अपनाएं। इस सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक भी प्रस्तावित है।
आशिका स्टाक ब्रोकर्स रिसर्च के प्रमुख पारस भोथरा ने कहा कि फ्यूचर एंड आप्शन खंड में सौदों का निपटान होने से बाजार कंसोलिडेशन के चरण में होगा, लेकिन तेजी बरकरार रहने की उम्मीद है।
भोथरा ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशक भारतीय शेयर बाजार को लेकर काफी उत्साहित हैं और वे घरेलू शेयर बाजारों में निवेश करना जारी रखेंगे। उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह के दौरान एफआईआई ने घरेलू शेयर बाजारों में 5,300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया।
उधर, एसएमसी ग्लोबल के उपाध्यक्ष राजेश जैन का कहना है कि 22-23 सितंबर को प्रस्तावित अमेरिकी फेडरल की बैठक में अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिति और वित्तीय नीतियों पर चर्चा की जाएगी। भारतीय बाजारों की इस बैठक पर पैनी नजर होगी।
शेयर बाजार किस चिडिया का नाम है हमे नही मालुम, क्यो कि हम ने अपने धन क डबल नही करना... जितना है काफ़ी है,लेकिन ताऊ लगा है सब के धन को दुगना करने पर :)
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जानकारी प्रदान करने के लिए धन्यवाद।
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