भीष्म साहनी का जन्म आठ अगस्त 1915 को रावलपिंडी में हुआ था।
विभाजन की त्रासदी पर 'तमस' जैसी कालजई रचना लिखने वाले भीष्म साहनी आधुनिक हिंदी साहित्य में सशक्त अभिव्यक्ति और बेहद सादगी पसंद रचनाकार के रूप में विख्यात हैं।
समीक्षकों के अनुसार साहनी एक प्रतिबद्ध लेखक थे जिन्होंने अपने साहित्य में हमेशा मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दी। उपन्यासों के अलावा ' अहं ब्रह्मास्मि', 'अमृतसर आ गया'और 'चीफ की दावत' जैसी उनकी कहानियां सशक्त अभिव्यक्ति के कारण काफी चर्चित रहीं।
उनके जन्मदिन के अवसर पर उनको विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए उन पर ही लिखी हुयी अपनी २ पुरानी पोस्टो का लिंक दे रहा हूँ !
हमरा नमन एक महान लेखक को...आपके माध्यम से सिवम जी!!
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि और शत शत नमन !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी पोस्ट, हम सब की ओर से भीष्म साहनी जी को उनके जन्मदिन पर विनम्र श्रद्धांजलि और शत शत नमन !
जवाब देंहटाएंभीष्म सहनी जी को उनके जन्मदिन पर हमारी तरफ से विनम्र श्रधांजलि ...
जवाब देंहटाएंएक सार्थक पोस्ट के लिए अभिनन्दन !
सार्थक पोस्ट. धन्यवाद.
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