आधुनिक जीवनशैली के कारण बैक पेन [पीठ दर्द] आम समस्या बन गई है। आम तौर  पर उम्र बढ़ने के साथ होने वाली यह शिकायत अब 20 से 40 वर्ष के लोगों को  होने लगी है। इस कारण देर तक बैठने में दिक्कत और जमीन पर गिरी चीजों को न  उठा पाने जैसी समस्याएं आती हैं। दर्द को नजरअंदाज करने पर यह गंभीर समस्या  का रूप ले सकता है।  
पीठ दर्द आमतौर पर गलत शारीरिक मुद्रा, भारी बोझ उठाने, अधिक मोटापे,  खेलकूद के दौरान झटके लगने, मानसिक दबाव और थकान जैसे कारणों से होता है।  डॉक्टरों के मुताबिक सही मुद्रा और खानपान का ध्यान रखकर इस समस्या से  निजात पाई जा सकती है। पीठ दर्द से ग्रस्त लोगों को अपने खानपान में ऐसी  चीजों को शामिल करना चाहिए, जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं। इसके लिए खाने  में लौकी, अनाज, मछली, हरी सब्जियों और फल को शामिल करें। साथ ही विटामिन  सी, विटामिन डी-3, कैल्शियम और फोस्फोरस युक्त आहार भी पीठ दर्द में  लाभकारी होते हैं। 
अन्य उपाय:- 
-हमेशा सीधा होकर बैठे। 
-भारी वस्तुओं को न उठाएं। 
-ऊंची हिल की चप्पल या जूते न पहनें। 
-सोने के लिए सख्त और समतल बिस्तर का इस्तेमाल करें। 
-आगे झुकने वाले आसन न करें और ज्यादा दर्द होने पर योग या व्यायाम न  करें। 
-लंबे समय तक कुर्सी पर न बैठें। हर एक घंटे के अंतराल पर थोड़ा टहल  लें। 
-ज्यादा पीठ दर्द होने पर आराम करना चाहिए। ज्यादा समस्या होने पर  तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
 

 
स्वास्थवर्धक लेख.........बहुत बढ़िया.
जवाब देंहटाएंअच्छी पोस्ट
जवाब देंहटाएंआज कल लोगों में स्लीप डिस्क की परेशानी बहुत ही बढ रही है।
चार घर की आड़ में एक प्राणी तो कमर दर्द से परेशान मिल ही जाएगा।
आभार
आजकल डॉक्टर की सलाह पर ही चल रहे हैं.
जवाब देंहटाएंसिवम बाबू... आप जादूगर हैं का... कल्हे से बहुत परेसान हैं..ई दर्द अऊर बुखार से.. भर रात परेसान रहे हैं..तनी बुखार कम होता है त आपका उपाय आजमाते हैं..
जवाब देंहटाएंमिश्रा जी ये सारी बातें गंभीर ब्लागरों के लिए भी बहुत उपयोगी हैं. उनकी तरफ से मेरा धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंमेरे पिताजी को स्लीप डिस्क हुआ था इसलिए मैं वाकिफ हूँ की कितना दर्द होता है! डॉक्टर की सलाह हम सभी को मानकर चलना चाहिए! सुन्दर प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंधन्यवाद जी, हमे था, लेकिन भारत मै एक चाची ने हमारी पीठ की मालिस की थी, चार पांच बार तब से बिलकुल ठीक हो गया
जवाब देंहटाएंउपयोगी लेख है। पीठ दर्द में करवट लेकर घुटना पेट तक मोड़कर सोने से भी आराम मिलता है।
जवाब देंहटाएंघुघूती बासूती