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गुरुवार, 22 अप्रैल 2010

महंगी पड़ेगी चेक में चूक


चेक काटने जा रहे हैं, तो सावधान हो जाइए। अब चेक भरने में की गई मामूली चूक से भी यह बाउंस हो जाएगा। इसका आपको दोतरफा नुकसान उठाना होगा। इससे न केवल आपको उस बैंक को पेनाल्टी भरनी होगी जिसका चेक जारी किया जा रहा है, बल्कि उसे भी जिसके लिए चेक जारी किया जा रहा है। कहीं वह पार्टी जिसे चेक इश्यू किया गया है, कानूनी कार्रवाई पर उतर आई तो कोर्ट कचहरी के चक्कर से भी कोई नहीं बचा सकता।

भारतीय रिजर्व बैंक ने 22 फरवरी, 2010 को एक सर्कुलर जारी किया था। इसके मुताबिक यदि चेक में तारीख के अलावा कोई दूसरा बदलाव किया जाता है तो उस दशा में ग्राहकों को नया चेक इश्यू करना होगा। अब चाहे आपको चेक पर नाम में संशोधन करना हो या फिर इसमें भरी गई राशि में बदलाव करना हो। फिलहाल इन दिशानिर्देशों को लागू करने की कोई अंतिम तारीख तय नहीं की गई है, पर एचडीएफसी बैंक समेत कुछ बैंक इन्हें 1 जुलाई, 10 से लागू कर रहे हैं।

साफ है कि आरबीआई के इस सर्कुलर के नियमों को अगर अमली जामा पहनाया गया, तो निश्चित ही चेक बाउंस के मामले भी बढ़ेंगे। वैसे केंद्रीय बैंक का तर्क है कि नए नियमों से चेक में धोखाधड़ी के मामलों में गिरावट आएगी। चूंकि इन दिशानिर्देशों से बड़ी संख्या में ग्राहक प्रभावित होंगे, लिहाजा बैंकों ने इनकी जानकारी भी देनी शुरू कर दी है। एचडीएफसी बैंक ने कहा है कि वह जून, 2010 के अंत तक इस बारे में ग्राहकों को सूचित करता रहेगा। बैंकों ने इस जानकारी को अपने नोटिस बोर्ड पर भी चस्पा कर रखा है।

काउंटर साइन के संबंध में भी ये नियम लागू होंगे। आमतौर पर चेक इश्यू करने वाले व्यक्ति से चेक भरने में कोई गलती हो जाती है और वह उसे दोबारा हस्ताक्षर (काउंटर साइन) कर इश्यू कर देता है, तो बैंक उस चेक को क्लियर कर देते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा।

अभी बैंक मामूली गलतियां होने पर चेक क्लियर कर देते हैं, पर आगे से इसकी गुंजायश बिल्कुल खत्म हो जाएगी। बैंकों का कहना है कि नए दिशा-निर्देशों के लागू होने के बाद कोई भी क्लीयरिंग शाखा यह जोखिम नहीं उठाएगी।

आरबीआई को वैसे तो नए नियमों से काफी उम्मीद है कि इससे चेक में हेराफेरी के मामलों में कमी आएगी, पर बैंकों के कुछ अधिकारियों को इसमें संदेह है। बैंक आफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चेक में फेरबदल के कारण ही केवल हेराफेरी नहीं होती। कुछ लोग तो नकली चेक बना लेते हैं। उसके लिए क्या करेंगे? हालांकि केंद्रीय बैंक ने इसके लिए भी इंताजाम किया है। धोखाधड़ी रोकने के लिए बेहतर कागज, चेक में अदृश्य लोगो और वाटर मार्क जैसे अतिरिक्त सुरक्षा फीचर जोड़े जाएंगे। इस बारे में भी उसने सभी बैंकों को निर्देश फरवरी, 2010 में ही जारी कर दिए थे।

---इन बातों का रखें ख्याल---

1-न मिटाई जा सकने वाली स्याही का प्रयोग करें

2-दिन, महीने और साल को सटीक भरें

3-जिसे चेक काट रहे हों, उसका नाम सही लिखें

4-दी जाने वाली राशि को ध्यान से भरें

5-हस्ताक्षर करने में काट-पीट कतई न करें

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