डिफेंस सर्विसिज एशिया [डीएसए]-2010 प्रदर्शनी के दौरान बुधवार को ब्रह्मोस एयरोस्पेस के प्रमुख सिवाथानू पिल्लै ने कहा कि मिसाइलों से लैस हो जाने के बाद भारत के एसयू-30 एमकेआई फ्लैंकर-एच लड़ाकू विमानों का बेड़ा निश्चित रूप से अनूठा हो जाएगा।
ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता 290 किलोमीटर है। भारतीय-रूसी संयुक्त उद्यम ब्रह्मोस एयरोस्पेस की स्थापना 1998 में हुई थी। इसके द्वारा निर्मित ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का समुद्र और जमीन में मार करने का सफलता पूर्वक परीक्षण हो चुका है। इसे सेना और नौसेना के बेड़े में शामिल किया जा चुका है।
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