आज सुबह ही लौटना हुआ दिल्ली से ....पर यह पोस्ट मेरी दिल्ली यात्रा पर नहीं है .... वह तो बाद में आएगी !
फिलहाल तो आप सब को दो चित्र दिखाने की ललक है .........लीजिये आप भी देखिये और अपनी अपनी राय दीजिये !
फिलहाल तो आप सब को दो चित्र दिखाने की ललक है .........लीजिये आप भी देखिये और अपनी अपनी राय दीजिये !
ह्म्म्म्म्म....मिल चुकी हूँ उदय बाबू से.....नेट पर....वाकई पिता पर पूत.......हा हा हा हा....
जवाब देंहटाएंहमने तो यह कहावत सुनी थी-
जवाब देंहटाएं"माँ पे पूत बाप पे घोड़ा!
बहुत नही तो थोड़ा-थोड़ा!"
चलिए- एक नई कहावत और सामने आ गई!
लगता है अगले ओलम्पिक की तैयारी चल रही है।
जवाब देंहटाएंबढिया है।
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सुनामी: प्रलय का दूसरा नाम।
चमत्कार दिखाऍं, एक लाख का इनाम पाऍं।
वाह!
जवाब देंहटाएंपूत के पैर पालने में ही दिख जाते हैं।
इन तस्वीरों के लिये आभार
प्रणाम
थोडा नहीं भई पूरा पूरा...
जवाब देंहटाएं@ललित भाई पिस्टल पर हाथ अजमाते हुए !
जवाब देंहटाएंज़े बात,,,,,,,,,,,,,,
मुछो के साथ हाथ में तम्म्न्चा.........
अब ललित शर्मा जी लग रहे हैं न ललित प्रताप सिंह......
बढिया है........
नाज़ुक हाथों में तमंचा!! अगर खेल हो तो ठीक है, वर्ना कलम की ताक़त अभी भी नहीं हारी है!!
जवाब देंहटाएंउदय बेटे बस मुछो की कमी हे, वेसे बच्चे तो युही बाप के संग खेलते खेलते सीख जाते हे, चल बन के दिखा एक नया विजेता सब से कम उम्र का ओर एक गोल्ड मेडल ला दे अपने पापा को, धन्यवाद इस सुंदर पोस्ट के लिये शिवम् मिश्रा जी
जवाब देंहटाएंपिता-पुत्र की जोड़ी बढ़िया लग रही है
जवाब देंहटाएंदो ओलम्पिक के बाद गोल्ड चाहिये .
जवाब देंहटाएंपिस्टल नकली हैं तो फिर कोई बात नहीं।...शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंवाह ..
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया ..
उदय कम क्यूं रहेगा ..
बाप सेर तो बेटा सवा सेर होता ही है !!
उदय के जिक्र के लिए धन्यवाद शिवम भाई
जवाब देंहटाएंनिशाना कौन है, एक ही या अलग-अलग.
जवाब देंहटाएंबहुत सही .... अगला ओलम्पिक पदक पक्का!
जवाब देंहटाएंशार्प शूटर!!!!!
जवाब देंहटाएंआपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामना!