मैक मोहन ने अपना फिल्मी करियर 1964 में आई हकीकत से शुरू किया था। करीब पांच दशक के अपने करियर में उन्होंने 175 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया। उन्हें सबसे ज्यादा प्रसिद्धि मिली 1975 में रिलीज हुई शोले से। शोले में उन्होंने गब्बर सिंह की गैंग के डाकू सांभा का किरदार निभाया था। फिल्म के एक दृश्य में गब्बर कहता है, 'अरे ओ सांभा, कितना इनाम रखे है सरकार हम पर'। इसके जवाब में सांभा कहता है - 'पूरे पचास हजार।' यह डायलाग भारतीय सिनेमा के इतिहास के कुछ सबसे मशहूर डायलाग्स में एक है।
मैक मोहन ने कई अन्य हिट फिल्मों जैसे डान, द बर्निग ट्रेन और सत्ते पे सत्ता में भी काम किया। शोले के निर्देशक रमेश सिप्पी ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा, सांभा की भूमिका मैक मोहन के अलावा कोई दूसरा इतनी अच्छी तरह नहीं कर सकता था। सांभा के रूप में वह हमेशा याद किए जाएंगे।
मैकमोहन जी को हम सब की ओर से भावभीनी और विनम्र श्रद्धांजलि |
विनम्र श्रद्धांजलि..
जवाब देंहटाएं...........मैकमोहन जी को श्रद्धांजलि |
जवाब देंहटाएंमैकमोहन जी को श्रद्धांजलि |
जवाब देंहटाएंनिश्चय ही फिल्म जगत के एक उम्दा सितारे का अंत हो गया है / मैकमोहन अपनी अदाकारी के लिए हमेशा लोगों के दिलों में जिन्दा रहेंगे / हमारी और से श्रधांजलि /
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