आज एक आजीब घटना हुयी मेरे साथ .................समझ नहीं पाया क्या वजह रही होगी जो ऐसा करने पर वह मजबूर हुयी |
मैं एक खुले दिल और दिमाग वाला आदमी हूँ ज्यादा छल प्रपंच ना मैं कर पाता हूँ ना मुझे समझ आते है | जो बात अच्छी लगी सो बोल दी जो बुरी लगी वह भी बोल दी ...........................यहाँ शायद गलती हो जाती है ..............जो बात बुरी लगे उसको दिल में रखो ..................बोलो मत ...................यही कानून है ना आज के दौर का !!
खैर साहब मुद्दे पर आता हूँ , आज अलग अलग ब्लोगों को पढ़ते पढ़ते मेरा फिरदौस खान जी के ब्लॉग पर भी जाना हुआ , उनकी आज की पोस्ट काफी बढ़िया थी पर ना जाने क्यों एक बात बार बार मुझे खलती रही कि जब यहाँ बात शहादत की हो रही है तो इस में भी धर्मं क्यों घुसाया जा रहा है ??
शहादत तो साहब शहादत है .............क्या हिन्दू की .........क्या मुसलमान की ..............या किसी की भी | "वतन पर मरने वाला हर वीर था भारत वासी"..............................यही सुना था बचपन से ................ आज वह भारत वासी अचानक मेरे सामने आ कर अपने आप को हिन्दू या मुसलमान या सिख या इसाई साबित करने लगे तो क्या हैरत नहीं होनी चाहिए मुझको ??
क्या जरूरी है कि हम हर जगह धर्म का चोगा धारण करें ?? अगर शहादत को भी हम धर्म का चोगा धारण करवाने लगे तो क्या होगा इस देश का ??
मेरे लिए सब धर्म एक सामान है ...............कोई छोटा या बड़ा नहीं !! आज पता नहीं क्यों मुझे भी एक कट्टरवादी हिन्दू कहा गया जबकि जो मुझे जानते है वह इस बात कि गवाही दे सकते है कि मैंने अपने ब्लॉग पर कभी भी किसी भी धर्मं या समुदाय के खिलाफ कुछ भी नहीं लिखा है .........................जिन लोगो को मेरी नीयत पर शक है वह पूरी तसल्ली से मेरे ब्लॉग की हर एक पोस्ट को पढ़ सकते है | मैंने लगभग हर पोस्ट पर आपको केवल कुछ ना कुछ जानकारी देने की कोशिश ही की है कभी भी गुमराह करने की कोशिश नहीं की | आज कुछ साथीयो ने बिना कुछ सोच जाने क्या क्या आरोप नहीं लगाये मेरे बारे में | एक बार मेरे ब्लॉग पर आ जाते जान तो लेते मैं क्या सोचता हूँ ...............क्या लिखता हूँ ............... बस मेरी २ टिप्पणियां जो वहाँ दिखी क्या वह काफी थी मेरे बारे में कोई भी राय बनने के लिए ...............................मैंने तो वहाँ और भी कुछ कहा था क्या आपने वह पढ़ा ..............नहीं ..................नहीं पढ़ा होगा .....................वहाँ मेरी सोच को दर्शाने वाली टिपण्णी हटा दी गयी थी एक बार नहीं २ बार छप जाने के बाद .................जबकि ज्ञात हो वहाँ मोदेरेसन चालू है | मैंने ना जाने क्यों उन टिप्पणियों को सेव कर लिया था, शायद इसी को सिक्स्थ सेन्से कहते हो !! आज जिस तरह से तथ्यो को छिपाया गया है केवल मुझे एक और ही रूप देने के लिए उसकी वजह समझ से परे है जब आपके ब्लॉग पर मोदेरेसन चालू है तो आपने पहले मेरी टिप्पणियों को छापा ही क्यों ?? और बाद में किन कारणों से उन टिप्पणियों को मिटाया गया ??
खैर साहब यहाँ ऊपर उन टिप्पणियों को लगा रहा हूँ ताकि अपनी बात साफ़ साफ़ सबूतों के साथ कह सकू वहाँ तो मेरी कही हुयी बात भी मिटा दी जाती है !!!!
एक बेहद जरूरी बात ---------- मेरी इस पोस्ट को कृपया कर कोई भी नामी या बेनामी ब्लॉगर साथी धार्मिक रंग में ना रंगें | यह पोस्ट सिर्फ़ मैंने अपनी बात साफ़ साफ़ कहने के लिए लगाई है | जो फिरदौस जी के ब्लॉग पर मुझे कहने नहीं दी गयी ................... ना जाने किस कारण से !!
और हाँ मैं कट्टरवादी हूँ ..........................मैं एक कट्टरवादी इंसान हूँ ...................मैं एक कट्टरवादी हिन्दुस्तानी हूँ ........................... जब जब मेरे 'कट्टरवाद' को ललकारा जायेगा मैं और 'कट्टर' बनुगा ...............यह वादा है आपने आपसे और आप से भी !!