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शनिवार, 14 मई 2011

काश ऐसा हो जाए ...

कल बंगाल की जनता ने एक बदलाव की घोषणा की है ...
एक बदलाव हम भी चाहते है ...
 
  आप की क्या राय है ???

7 टिप्‍पणियां:

  1. जिस दिन गाँधी जी नोटों पर अवतरित हुए उसी दिन उनके आदर्श इस देश से गायब हो गये देश में गाँधी जी का नाम है गांधीवाद है अब तो गांधीगिरी भी आ गई पर उनके आदर्श और उनके बताये रास्ते तो कब के खो गये अब ये बुरा हाल किसी और शहीद का न करिये |

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  2. जो है वो बुरा नहीं है।
    यह ख्याल बुरा नहीं है।

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  3. ये तस्वीरें और इनके आदर्श हर सच्चे भारतीय के दिल पर अंकित होने चाहिये फिर भले ही नोट पर हों या न हों, कोई फर्क नहीं पड़ता.

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  4. गज़ब शहीदों को हर दिल में जगह मिलनी चाहिए ! ! शुभकामनायें आपको !की लेखनी है भाई जी ! शुभकामनायें आपको !

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  5. डाक टिकटों की तरह नोटों और सिक्कों की ऐसी शृंखलायें निकाली जा सकती हैं जो हुतात्माओं को समर्पित हों।

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  6. शहीदों को हर दिल में जगह मिलनी चाहिए...शिवम् जी

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आपकी टिप्पणियों की मुझे प्रतीक्षा रहती है,आप अपना अमूल्य समय मेरे लिए निकालते हैं। इसके लिए कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।

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