आज भारत
के पूर्व क्रिकेट कप्तान मंसूर अली खान पटौदी की ७८ वीं जयंती है | नवाब पटौदी गुजरे जमाने की मशहूर अभिनेत्री शर्मिला
टैगोर के पति और सैफ अली खान के पिता थे।
भारत के लिए
46 टेस्ट खेल चुके पटौदी देश के सबसे युवा और सफल कप्तानों में से रहे ।
उन्होंने 40 टेस्ट मैचों की भारत की अगुवाई की। पटौदी ने 34.91 की औसत
से 2793 रन बनाए । उन्होंने अपने करियर में छह शतक और 16 अर्धशतक जमाए ।
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पटौदी भारत के पहले सफल कप्तान थे। उनकी कप्तानी में ही भारत ने विदेश
में पहली जीत दर्ज की। भारत ने उनकी अगुवाई में नौ टेस्ट मैच जीते जबकि 19
में उसे हार मिली। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि पटौदी से पहले भारतीय टीम
ने जो 79 मैच खेले थे उनमें से उसे केवल आठ में जीत मिली थी और 31 में
हार। यही नहीं इससे पहले भारत विदेशों में 33 में से कोई भी टेस्ट मैच
नहीं जीत पाया था। यह भी संयोग है कि जब पटौदी को कप्तानी सौंपी गई तब टीम
वेस्टइंडीज दौरे पर गई। नियमित कप्तान नारी कांट्रैक्टर चोटिल हो गए तो
21 वर्ष के पटौदी को कप्तानी सौंपी गई। वह तब सबसे कम उम्र के कप्तान थे।
यह रिकार्ड 2004 तक उनके नाम पर रहा। पटौदी 21 साल 77 दिन में कप्तान बने
थे। जिंबाब्वे के तातैंडा तायबू ने 2004 में यह रिकार्ड अपने नाम किया था।
टाइगर के नाम से मशहूर पटौदी की क्रिकेट की कहानी देहरादून के वेल्हम
स्कूल से शुरू हुई थी लेकिन अभी उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था कि
उनके पिता का निधन हो गया। इसके बाद जूनियर पटौदी को सभी भूल गए। इसके चार
साल बाद ही अखबारों में उनका नाम छपा जब विनचेस्टर की तरफ से खेलते हुए
उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया। अपने पिता के निधन के
कुछ दिन ही बाद पटौदी इंग्लैंड आ गए थे। वह जिस जहाज में सफर कर रहे थे
उसमें वीनू मांकड़, फ्रैंक वारेल, एवर्टन वीक्स और सनी रामादीन जैसे दिग्गज
क्रिकेटर भी थे। वारेल का तब पता नहीं था कि वह जिस बच्चे से मिल रहे हैं
10 साल बाद वही उनके साथ मैदान पर टास के लिए उतरेगा।
नेतृत्व क्षमता उनकी रगों में बसी थी। विनचेस्टर के खिलाफ उनका करियर
1959 में चरम पर था जबकि वह कप्तान थे। उन्होंने तब स्कूल क्रिकेट में डगलस
जार्डिन का रिकार्ड तोड़ा था। पटौदी ने इसके बाद दिल्ली की तरफ से दो रणजी
मैच खेले और दिसंबर 1961 में इंग्लैंड के खिलाफ फिरोजशाह कोटला मैदान पर
पहला टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। यह मैच बारिश से प्रभावित रहा था।
टाइगर पटौदी को उनकी ७८ वीं जयंती पर शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि !
नमन टाईगर पटौदी जी को उनकी जयंती पर।
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 05/01/2019 की बुलेटिन, " टाइगर पटौदी को ब्लॉग बुलेटिन का सलाम “ , में इस पोस्ट को भी शामिल किया गया है|
जवाब देंहटाएंसुन्दर लेख । टाइगर पटौदी जी को नमन ।
जवाब देंहटाएंपटौदी जी को नमन ।
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