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गुरुवार, 25 अक्टूबर 2012

हद है साला सब 'उल्टा पुल्टा' हो गया ... :(

इस एपिसोड को सच मे उस 'ऊपर वाले' ने 'मिस-डाइरैक्ट' कर दिया ...

टोटल 'फ्लॉप शो' ...
 

भट्टी साहब आपको शत शत नमन !

5 टिप्‍पणियां:

  1. सुबह सुबह खबर देखी बहुत दुख हुआ , बचपन में उन्होंने हम सभी को खूब हंसाया है और आज भी उनकी भ्रष्टाचार से लड़ाई अपने तरीके से जारी थी ।

    जसपाल भट्टी जी को श्रद्धांजलि ।

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  2. व्यंग्य की सही परिभाषा इलेक्ट्रौनिक मीडिया के ज़रिये इन्होंने ही समझाई!! इंसा दूसरा कोई नहीं!!

    जवाब देंहटाएं

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