आज ब्लॉग बुलेटिन पर पोस्ट लगाते हुये जब शीर्षक लिखने की बारी आई तो अपने आप ही एक लय मे कुछ शब्द मन मे आ गए ... आप भी देखिये और बतायें इनको क्या नाम दूँ !
पूरे दिन में हमारे साथ जो जो होता है उसका ही एक लेखा जोखा " बुरा भला " के नाम से आप सब के सामने लाने का प्रयास किया है | यह जरूरी नहीं जो हमारे साथ होता है वह सब " बुरा " हो, साथ साथ यह भी एक परम सत्य है कि सब " भला " भी नहीं होता | इस ब्लॉग में हमारी कोशिश यह होगी कि दिन भर के घटनाक्रम में से हम " बुरा " और " भला " छांट कर यहाँ पेश करे |
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bahut khoob
जवाब देंहटाएंखुद को बचा के रावण को मार दिया...
जवाब देंहटाएंचिंतन योग्य पोस्ट के लिए बधाई !
शुभकामनायें शिवम !
वाह ... बहुत खूब
जवाब देंहटाएंसबको दशहरे की शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएंआपको भी विजयादशमी की शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंविजयादशमी की शुभकामनायें
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