आज की मेरी यह पोस्ट हकीकत और मेरी कल्पना का एक मिला जुला रूप है ... आप सब से विनती है इस को उसी रूप में लें !
खुशदीप भाई को बहुत बहुत धन्यवाद ... इस पोस्ट का आईडिया उनकी पोस्ट से ही आया !
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लीजिये साहब देख लीजिये ... क्या होगा अगर के ब्लोगिंग के रजनीकांत ... मैनपुरी आने का विचार बनाये तो ...
सब से पहले तो लखनऊ में हल्ला होगा ! |
अब जब बहन जी तक खबर जाएगी तो चाचा मुलायम को भी भनक लगनी ही है |
मैनपुरी का मिडिया कैसे पीछे रहता |
प्रशासन भी तैयार |
प्रशासन भी तैयार
|
और हम भी तैयार |
लो जी आ गए ब्लोगिंग के रजनीकान्त अपने उड़नखटोले में |
सुरक्षा कर्मी चौकस है |
सब से पहले मोबाइल बंद किये जाएँ |
थक गए यार ... गर्दन अकड गई सफ़र में |
२ बोतल पानी पिया तब जा कर अब थोडा आराम मिला |
हम थके हुए है ... इनको फोटो की पड़ी है |
मुलाकात खत्म ... लौटने से पहले एक और फोटो |
तो साहब यह थी कहानी हमारी इस छोटी सी मुलाकात की ब्लोगिंग के रजनीकांत - महफूज़ अली साहब से ! हम लोग जितनी देर भी साथ रहे एक पल भी यह नहीं लगा कि जीवन में पहली बार मिल रहे हो ! बहुत से मुद्दों पर खुल कर चर्चा हुयी ... जिन में रोज़ मर्रा के मुद्दे भी थे और ब्लोगिंग से जुड़े हुए मुद्दे भी ! कुल मिला कर मुलाकात एकदम झकास थी बोले तो एकदम रजनीकांत इस्टाइल !!!
अब इंतज़ार है अगली मुलाकात का ...
वाह शिवम जी पकड़ ही लिया
जवाब देंहटाएंअभी फ़ोन लगाता हूं
जवाब देंहटाएंरश्क हो रहा है हमको!
जवाब देंहटाएंउनसे जब फोन पर पहली बार बात हो रही थी तो लगा कि बरसों से हम एक दूसरे को जानते हैं। और हममें से कोई फोन को बंद करने का नाम ही नहीं ले रहा था।
जवाब देंहटाएंआभार इस प्रस्तुति के लिए।
सलिल भाई, सब्र का फल हमेशा ही मीठा होता है ! ;-)
जवाब देंहटाएं@शिवम भाई,
जवाब देंहटाएंमैंने अपनी पोस्ट में झूठ तो नहीं लिखा था कि महफूज़ मासूम शो-ऑफ में बिल्कुल भी यकीन नहीं रखता...
जय हिंद...
इस मुलाकात में हम भी शामिल हुए थे लाइव
जवाब देंहटाएंपहले तो विश्वास ही नहीं हुआ कि आप ने यकायक छापा कैसे डाल दिया है :-)
कल्पना की अच्छी मेज सजाई है। महफूज सदा महफूज रहेंगे। पर अब सोच रहे हैं कि हम भी कल्पना के साथ मिलकर कोई संगम कर ही डालें पर संग अलग हो गए और गम बाकी रह गए तो। वैसे महफूज भाई की ट्रेन छूट जाती है, लगता है इस बार प्लेन मेरा मतलब हेलीकॉप्टर से मैनपुरी पहुंचे होंगे। हैलीकोप्टर का फोटो भी दिखलाते हैं और आज सुबह जयपुर, दिल्ली में भूकंप भी आया है। जरूर इस मिलन का ही प्रताप होगा।
जवाब देंहटाएंदिखलाते हैं नहीं
जवाब देंहटाएंदिखलाते
संशोधित करके पढ़ने का कष्ट कीजिएगा।
ब्लॉग वार्ता ४ पर फोटो देखे रजनीकांत जी महफूज जी के| बधाई
जवाब देंहटाएंआशा
सिर्फ कल्पना ही नहीं , हकीकत भी है जानकर खुशी हुई .. शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंअरे वाह!!! क्या ब्लोगिंग प्रिंस का मैनपुरी (खयाली) दौरा तो ज़बरदस्त रहा शिवम् भय्या...
जवाब देंहटाएंअपना भी एक दौरा हुआ था मैनपुरी का 1997-98 में... और कुछ ऐसा ही हुआ था... इतना हंगामा हुआ था की 6 लोगो की जान चली गई थी और हमारी जान सांसों में अटकी हुई थी... वहां लगने वाले एक मैले में फिल्म स्टार नाईट का आयोजन किया था हमने... जिसमें विनोद राठौर और सोनाली कुलकर्णी जैसे स्टार के साथ भी बदतमीजी की गई थी. बहुत खतरनाक अनुभव था... कभी विस्तार से लिखूंगा इस पर... :-)
हा हा हा बहुत बढिया पोस्ट जमाई है।
जवाब देंहटाएंरजनीकांत से मिल कर मोगेम्बो खुश हुआ।
बहुत बढ़िया अंदाज़ था...मुलाकात विवरण का
जवाब देंहटाएंओय ये हमारा पट्ठा महफ़ूज़ आजकल ब्लॉलिंग का हवा-हवाई रजनीकांत?
जवाब देंहटाएंहा हा मजा आ गया भाई पोस्ट में।
हा हा हा ...अन्ना ..माईंड इट ..बहुत बढिया जी एकदम झक्कास मुलाकात । बीच में रजनीकांत की कॉल जब हमने ...आपके फ़ुनवा पर रिसीव की तो जोर का झटका हम भी खा गए थे । जज साहब ने आवाज़ न लगाई होती तो और भी बतिया पाते , मगर फ़िर निकलना पडा अचानक , जमाए रहिए
जवाब देंहटाएंगजब पोस्ट डाली है भैया... पहले तो हम कनफुजिया गए... फिर समझे की असली माजरा क्या है...
जवाब देंहटाएंरजनी कान्त को देख कर मन बहुत खुश हुआ...
मह्फूज़ भाई आजकल दोस्तो की पोस्टो मे ही नज़र आते है.
जवाब देंहटाएंउन्हे पढे तो जैसे एक जमाना बीत गया है
मस्त जी, मजा आ गया, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंवाह जी वाह बहुत सही, वैसे हरि भाई सही कह रहे हैं।
जवाब देंहटाएंअरे भाई हम भी तो मैनपुरी में ही थे ... हम से भी तो परिचय करवा दिया होता !
जवाब देंहटाएंवैसे पोस्ट गजब बनाई है ... शिवम् !