आज ८ फरवरी है ... आज ग़ज़ल सम्राट स्व॰ जगजीत सिंह साहब की ७३ वीं जयंती है ... जगजीत सिंह जी किसी परिचय के मोहताज नहीं ... गुलजार साहब उनके बारे मे कुछ यूं बयां करते है ...
एक बौछार था वो -
एक बौछार था वो शख्स
बिना बरसे
किसी अब्र की सहमी सी नमी से
जो भिगो देता था
एक बौछार ही था वो
जो कभी धूप की अफ़शां भर के दूर तक
सुनते हुए चेहरों पे छिड़क देता था...
नीम तारीक से हॉल में आँखें चमक उठती थीं
सिर हिलाता था कभी झूम के टहनी की तरह
लगता था झोंका हवा का है
कोई छेड़ गया है..
गुनगुनाता था तो खुलते हुए बादल की तरह
मुस्कुराहट में कई तर्बों की झनकार छुपी थी
गली क़ासिम से चली एक ग़ज़ल की झनाकर था वो
एक अवाज़ की बौछार था वो
एक बौछार था वो शख्स
बिना बरसे
किसी अब्र की सहमी सी नमी से
जो भिगो देता था
एक बौछार ही था वो
जो कभी धूप की अफ़शां भर के दूर तक
सुनते हुए चेहरों पे छिड़क देता था...
नीम तारीक से हॉल में आँखें चमक उठती थीं
सिर हिलाता था कभी झूम के टहनी की तरह
लगता था झोंका हवा का है
कोई छेड़ गया है..
गुनगुनाता था तो खुलते हुए बादल की तरह
मुस्कुराहट में कई तर्बों की झनकार छुपी थी
गली क़ासिम से चली एक ग़ज़ल की झनाकर था वो
एक अवाज़ की बौछार था वो
ग़ज़ल सम्राट स्व ॰ जगजीत सिंह साहब को शत शत नमन !
बेहतरीन फनकार और शख्सियत पर किसी महान इंसान सुंदर शब्द ...!!
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि मेरी ...!!
काश कि वो आवाज़ सदा हमारे साथ रहती.....
जवाब देंहटाएंmiss you jagjit ji :-(
चाक जिगर के सी लेते हैं.....जैसे भी हो जी लेते हैं.....
अनु
ग़ज़ल सम्राट स्व ॰ जगजीत सिंह साहब को शत शत नमन !
जवाब देंहटाएंदो सरदार!! गुलज़ार साब और जगजीत सिंह!! उनसे बेहतर कोइ उस आव्वाज़ को बयां ही नहीं कर सकता! आवाज़ के उस जादूगर को सलाम!!
जवाब देंहटाएंकसक अब भी है |
जवाब देंहटाएंसादर नमन| _/\_
जगजीत सिंह को नमन..
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