आज फेसबुक पर हमारे साले साहब श्री मनीष चतुर्वेदी जी ने अपने स्टेटस के रूप मे कुछ मजेदार दोहे पढ़वाए तो हम ने सोचा कि आप सब को भी पढ़वाया जाये ... तो साहब लीजिये पेश है ...
** कबीर के लेटेस्ट दोहे **
ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोये !
सोनिया जब भाषण दे, सारी जनता सोये !!
पंछी करे न चाकरी, अजगर करे न काम !
बुश ने खोदा गड्ढा, निकल पड़ा सद्दाम !!
साईं इतना दीजे, जामे कुटुंब समाये !
मैं भी भूखा न रहू, पुलिस न भूखी जाए !!
गुरु गोविन्द दोनों खड़े, काके लागो पाँय !
आडवाणी जे नाराज हुए, राजनाथ लियो मनाय !!
जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान !
नाच नचावे मन्नू को, सोनिया रानी महान !!
पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय !
कजरी बाबू को छोड़, सारा जग बेईमान होए !!
निंदक नियरे राखिए, ऑंगन कुटी छवाय !
बच्चा राहुल बाबा को, सिर्फ पोगो कार्टून भाय !!
माया मुई न मन मुआ, मरी मरी गया सरीर !
मोदी-राज आयेगा, काहे होत अधीर !!
तन को जोगी सब करें, मन को बिरला कोई !
आरक्षण के इस सांप को, मार सका ना कोई !!
पानी केरा बुदबुदा, अस मानुस की जात !
कौन जाने मुलायम मियां, कब पलट दे बात !!
हिन्दू कहें राम पियारा, तुर्क कहें रहमाना !
दंगे होए मरै सभी, भरै नेता खजाना !!
कबीरा खड़ा बाज़ार में, मांगे सबकी खैर !
मोटूराम गडकरी, रोज करेंगे सैर !!
बडा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर !
हिमेश रेशमिया गाये, तेरा तेरा तेरा सुरूर !!
जग में बैरी कोई नहीं, जो मन शीतल होय !
मोदी बने कम्युनल, नितीश सेकुलर होए !!
जहाँ दया तहाँ धर्म हैं, जहाँ लोभ तहाँ पाप !
जहाँ माफ़ी वहाँ काटजू हैं, जहाँ अनशन वहाँ आप !!
और अंत में
काल करै सो आज कर, आज करै सो अब..!
अपनै दोस्त के दोहे हैं, forward करेगा कब !!
** कबीर के लेटेस्ट दोहे **
ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोये !
सोनिया जब भाषण दे, सारी जनता सोये !!
पंछी करे न चाकरी, अजगर करे न काम !
बुश ने खोदा गड्ढा, निकल पड़ा सद्दाम !!
साईं इतना दीजे, जामे कुटुंब समाये !
मैं भी भूखा न रहू, पुलिस न भूखी जाए !!
गुरु गोविन्द दोनों खड़े, काके लागो पाँय !
आडवाणी जे नाराज हुए, राजनाथ लियो मनाय !!
जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान !
नाच नचावे मन्नू को, सोनिया रानी महान !!
पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय !
कजरी बाबू को छोड़, सारा जग बेईमान होए !!
निंदक नियरे राखिए, ऑंगन कुटी छवाय !
बच्चा राहुल बाबा को, सिर्फ पोगो कार्टून भाय !!
माया मुई न मन मुआ, मरी मरी गया सरीर !
मोदी-राज आयेगा, काहे होत अधीर !!
तन को जोगी सब करें, मन को बिरला कोई !
आरक्षण के इस सांप को, मार सका ना कोई !!
पानी केरा बुदबुदा, अस मानुस की जात !
कौन जाने मुलायम मियां, कब पलट दे बात !!
हिन्दू कहें राम पियारा, तुर्क कहें रहमाना !
दंगे होए मरै सभी, भरै नेता खजाना !!
कबीरा खड़ा बाज़ार में, मांगे सबकी खैर !
मोटूराम गडकरी, रोज करेंगे सैर !!
बडा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर !
हिमेश रेशमिया गाये, तेरा तेरा तेरा सुरूर !!
जग में बैरी कोई नहीं, जो मन शीतल होय !
मोदी बने कम्युनल, नितीश सेकुलर होए !!
जहाँ दया तहाँ धर्म हैं, जहाँ लोभ तहाँ पाप !
जहाँ माफ़ी वहाँ काटजू हैं, जहाँ अनशन वहाँ आप !!
और अंत में
काल करै सो आज कर, आज करै सो अब..!
अपनै दोस्त के दोहे हैं, forward करेगा कब !!
prayas achchaa hai. badhaaee.
जवाब देंहटाएंबड़े ही रोचक दोहे..कबिरा सन्नाट में।
जवाब देंहटाएंभई वाह ... लाजवाब रोचक और मसालेदार दोहे ..
जवाब देंहटाएंसाला ऐसा दीजिए जो दोहा लिख जाय,
जवाब देंहटाएंफेसबुक पर वह लिखे, ब्लॉग पे हम लिख आए!
/
जय हो!!
लाजबाब,रोचक प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंRECENT POST -: पिता
लाजबाब,बेहतरीन प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंRECENT POST -: पिता
Waah Waah....
जवाब देंहटाएंha ha ha........kya dadda...........ek-se-badhkar-ek hain..........
जवाब देंहटाएंtapchik cha rapchik
jai ho.......