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गुरुवार, 6 अगस्त 2015

पापा की प्रथम पुण्यतिथि


"आप के द्वारा 'शिव' को समर्पित मैं ,

आज स्वंय 'शिवम्' हुए जाता हूँ ;

आप के वियोग का हलाहल ,

अपने जीवन में धारण किए जाता हूँ ॥"


साल भर पहले आज ही के दिन ... :(

4 टिप्‍पणियां:

  1. आपको हमने हमेशा तस्वीरों में या अनुज शिवम् के शब्दों में पाया है! कार्तिक के साथ स्नेह लुटाते हुए और तस्वीरों में सदा मुस्कुराते हुये!! आपका खालीपन तो कोई नहीं भर सकता और अगर कोई भर सकता है तो वो हैं आपकी यादें जो सदा असपके होने का एहसास दिलाती रहेंगी!
    आपकी स्मृति को प्रणाम!

    जवाब देंहटाएं
  2. आपको हमने हमेशा तस्वीरों में या अनुज शिवम् के शब्दों में पाया है! कार्तिक के साथ स्नेह लुटाते हुए और तस्वीरों में सदा मुस्कुराते हुये!! आपका खालीपन तो कोई नहीं भर सकता और अगर कोई भर सकता है तो वो हैं आपकी यादें जो सदा असपके होने का एहसास दिलाती रहेंगी!
    आपकी स्मृति को प्रणाम!

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आपकी टिप्पणियों की मुझे प्रतीक्षा रहती है,आप अपना अमूल्य समय मेरे लिए निकालते हैं। इसके लिए कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।

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