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बुधवार, 5 अक्टूबर 2011

ऐसे भगाएं एसिडिटी

त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है। ऐसे में तीखा, चटपटा और मसालेदार खाना सभी को बहुत भाता है। भूख न होने पर भी लोग जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं। नतीजा एसिडिटी यानी पेट में गैस बनने की समस्या। मामूली जान पड़ने वाली यह समस्या कभी-कभी गंभीर हो जाती है।

लक्षण : सीने और गले में जलन, मुंह में खत्र पानी आना, घबराहट होना, उल्टी आना, खाना खाने के बाद पेट भारी लगना, खाना हजम न होना, बेचैनी होना, भूख कम लगना, पेट साफ न होना। कई बार सांस लेने में भी कठिनाई होती है।

घरेलू उपाय :

-प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक से दो गिलास पानी पिएं।

-रोजमर्रा के आहार में छाछ और दही शामिल करें। ताजे खीरे का रायता एसिडिटी का बेहतरीन उपचार है।

-हरी पत्तेदार सब्जियां और अंकुरित अनाज खूब खाएं।

-आधा गिलास ठंडा दूध रोजाना पीएं।

-एक कप पानी में कुछ बूंदें पुदीने की रस की डालकर पिएं।

-खाली पेट नारियल पानी पिएं

-आइसक्रीम खाने से राहत मिलती है।

-खाने के बाद मुंह में एक लौंग रखें।

-केला खाने से आराम मिलता है।

-धूम्रपान बिल्कुल मत करें।

-सोने के ठीक पहले खाना न खाएं।

-खाना खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ खाने की आदत डालें। 


इस उम्मीद के साथ कि यह उपाय आपके लाभदायक सिद्ध होंगे ... और आप एसिडिटी पर विजय पायेंगे ... 

 आप सब को सपरिवार विजयदशमी की बहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनयें !

6 टिप्‍पणियां:

  1. मुझे तो बड़ी एसिडिटी रहती है। आपने अच्छा उपाय बता दिया है।

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  2. vaah jnab hmari preshaani kafi hd tk dur kr daali hai aapne shurkiyaa ...akhtar khan akela kota rajsthan

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  3. सबसे अच्छी सलाह तो आइसक्रीम खाने वाली लगी :)

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  4. निहायत ही जरुरी पोस्ट - एक घरेलु नुश्खा अपनाएं, एसीडिटी होने पर 10 मिनट बाएं करवट लेटें। एसीडिटी छूमंतर। अनुभूत नुश्खा है और बरसों से आजमा रहा हूँ।

    विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं

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