आज १३ दिसम्बर है ... ९ साल पहले आज के ही दिन कुछ लोगो ने भारत के लोकतंत्र के प्रतीक संसद भवन की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी थी !
९ साल बाद आज यह संसद फिर हमले की शिकार है पर अब की बार अपने ही सदस्यों के हाथो !
संसद हमले के अमर शहीदों को पूरे हिंदी ब्लॉग जगत और सभी मैनपुरी वासीयों की ओर से शत शत नमन !
इन कमीनो की सुरक्षा के लिये हमारे वीर जवानो ने अपने प्राण गवां दिये ओर यह सुयर रोजाना घाटोले पर घाटोले कर के उन के मकान डकार कर ऎश कर रहे हे, मेरे देश के उन शहीदो को उन वीरो को प्रणाम जो हमारे लिये अपनी जान लुटा देते हे, आप का धन्यवाद,
जवाब देंहटाएंइन लोगों ने तो उनकी रक्षा के लिए अपने जान की आहुति देने वालो को भी नहीं छोड़ा पेट्रोल पम्प देने का वादा किया और उसे लेने में शहीदों के घर वालो को बरसो पापड़ बेलने पड़े | शहीदों को नमन |
जवाब देंहटाएंभीषण दुर्गति अपने अंदर के आतंकवादियों के हाथ.. लगता ही उन शहीदों का खून व्यर्थ गया!!
जवाब देंहटाएंसंसद की सुरक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वाले वीरो को मेरा सैल्युट, अगर ये न होते तो संसद को हाईजैक होने से कोई नहीं रोक सकता था।
यहां पढिए आंखन देखी