सभी पीने वाले ब्लॉगर मित्र ... ज़रा ध्यान दें !!
क्या आप बुरे हैंगओवर के शिकार हैं..?
टोस्ट के साथ हनी यानी शहद का इस्तेमाल करें। एक नए शोध में यह बात कही गई है। रॉयल सोसायटी ऑफ केमेस्ट्री ने यह तथ्य खोजने का दावा किया है।
उसने कहा है कि शहद में प्राकृतिक मिठास होती है, जो शराब पीने से होने वाले हैंगओवर को दूर करती है। शोध के अनुसार फलों में पाई जाने वाली शर्करा [फ्रक्टोस] शराब के शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों को नष्ट करती है।
डेली टेलीग्राफ ने शोधकर्ताओं के दल का नेतृत्व करने वाले डॉ. जॉन एम्सले के हवाले से कहा है, 'शराब भले ही थोड़ी देर की खुशी देती हो, लेकिन उससे शरीर में पैदा होने वाला एसिटेल्डीहाइड हैंगओवर पैदा करता है। यह जहरीला रसायन सिरदर्द, जुकाम और यहां तक कि उल्टी के लिए भी जिम्मेदार है। जब इस रसायन का असर कम होता जाता है, तो हैंगओवर भी खत्म हो जाता है।'
एम्सले के अनुसार, 'टोस्ट के साथ हनी का सेवन करने से शरीर में पोटेशियम और सोडियम पहुंचता है और इससे शरीर में अल्कोहल के बुरे प्रभाव नष्ट होते हैं।'
वैसे इस पोस्ट की कोई जरूरत नहीं थी पर आजकल ठण्ड बहुत है ... और पता चला है लोग बाग़ ब्लॉगर और ब्लोगस को देख देख कर पीना सीख रहे है ... तो एक ब्लॉगर होने की हसियत से मेरा भी कुछ फ़र्ज़ बनता है कि नहीं ...???
हा हा बताए देता हू बाक़ी लोगों को मै तो दूर हूं इस शाही शौक से
जवाब देंहटाएंदेशनामा पर पीने पिलाने को लेकर
जवाब देंहटाएंऔर उसमें हिन्दी ब्लॉगिंग के परिप्रेक्ष्य में
खूब विचार विमर्श और चिंता व्यक्त की चुकी है
ऐसे में आपकी यह जानकारी
आग के लिए घी ही मुहैया करायेगी
घी जो महंगा है
दो घूंट पिला ने साकिया, पर मज़ा तो यूं ही आ रहा है
आपके पोस्ट के हिसाब से शराब के दुष्प्रभाव से बचने के लिए शहद खाया जाए .. क्या एक बलॉगर की हैसियत से दूसरों को शराब पीना छोडने की सलाह नहीं दे सकते ??
जवाब देंहटाएंआपकी जानकारी ब्लागर्स के लिए ही नहीं वरन आमजन के भी काम आएगी। लेकिन हमें तो कभी हैंगओवर का सामना नहीं करना पड़ा है।
जवाब देंहटाएंशहद का इस्तेमाल स्वास्थ्य रक्ष के लिए किया जा सकता है।
फिर शराब की चर्चा ...गंदे बच्चे !
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें :-))
चलिये आप की कोई पोस्ट तो मेरे किसी काम की नहीं!!
जवाब देंहटाएंहम तो टोस्ट के संग खुब हनी खाते हे हनी के हाथ से, ओर पीते भी नही, तो यह क्यो नही कहते कि भाईयो, बहिनो पियो मत , पीना खराब नही बाल्कि पी कर भटकना बुरा हे, इस लिये उतनी पियो जितनी सह सकते हो खुद खुश रहो दुसरो को खुश रखो, बेहतर हे ना पियो...... लेकिन टोस्ट खुब खाओ हनी के संग सर्दी से बचो
जवाब देंहटाएंशिवम् जी आप एक नेक और फर्जवान ब्लॉगर हैं. आपके द्वारा दी गयी जानकारी से बहुतों का भला होगा. :))
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी
जवाब देंहटाएंआभार
शिवम् जी, ......... अच्छी जानकारी.
जवाब देंहटाएंफर्स्ट टेक ऑफ ओवर सुनामी : एक सच्चे हीरो की कहानी
अपुन इससे वैसे ही दूर रहते हैं.....
जवाब देंहटाएंआपका कार्य प्रशंसनीय है, साधुवाद !
जवाब देंहटाएंहमारे ब्लॉग पर आजकल दिया जा रहा है
बिन पेंदी का लोटा सम्मान ....आईयेगा जरूर
पता है -
http://mangalaayatan.blogspot.com/2010/12/blog-post_26.html
शिवम भाई, अपन तो इस बीमारी से दूर ही हैं, वर्ना आपकी सलाह पर जरूर अमल करते।
जवाब देंहटाएं---------
अंधविश्वासी तथा मूर्ख में फर्क।
मासिक धर्म : एक कुदरती प्रक्रिया।
अच्छी जानकारी ...
जवाब देंहटाएंलेकिन मेरे एक हैंगर मित्र ने बताया था कि शाम की खुमारी सुबह के पैग से ही उतरती है... पता नहीं ... अनुभव पढ़ाई से बेहतर होगा होगा :)