पूरे दिन में हमारे साथ जो जो होता है उसका ही एक लेखा जोखा " बुरा भला " के नाम से आप सब के सामने लाने का प्रयास किया है |
यह जरूरी नहीं जो हमारे साथ होता है वह सब " बुरा " हो, साथ साथ यह भी एक परम सत्य है कि सब " भला " भी नहीं होता |
इस ब्लॉग में हमारी कोशिश यह होगी कि दिन भर के घटनाक्रम में से हम " बुरा " और
" भला " छांट कर यहाँ पेश करे |
रविकर भी करता है नमन ।।
जवाब देंहटाएंसादर नमन ...
जवाब देंहटाएंभ्राता जी, जरा मियां जी का पूरा इतिहास तो पढ़ लेते मूल्याङ्कन करने के लिए।
जवाब देंहटाएंआपको इतिहास की कितनी जानकारी है उसका काफी अच्छी तरह अंदाज़ा लगा सकता हूँ मैं ... आभार यहाँ तक आने के लिए !
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