पूरे दिन में हमारे साथ जो जो होता है उसका ही एक लेखा जोखा " बुरा भला " के नाम से आप सब के सामने लाने का प्रयास किया है |
यह जरूरी नहीं जो हमारे साथ होता है वह सब " बुरा " हो, साथ साथ यह भी एक परम सत्य है कि सब " भला " भी नहीं होता |
इस ब्लॉग में हमारी कोशिश यह होगी कि दिन भर के घटनाक्रम में से हम " बुरा " और
" भला " छांट कर यहाँ पेश करे |
बुधवार, 10 अक्टूबर 2012
पहली बरसी पर विशेष - चिट्ठी न कोई संदेश ...
पहली बरसी पर ग़ज़ल सम्राट स्व ॰ जगजीत सिंह साहब को शत शत नमन !
apni or se bhi
जवाब देंहटाएंmissing him.
जवाब देंहटाएंपहली बरसी पर ग़ज़ल सम्राट स्व,जगजीत सिंह जी को शत शत नमन,,,
जवाब देंहटाएंतुम कल थे आज कहाँ खो गये
अकेला छोड़ तुम फ़ना हो गये
तन्हा तन्हा दू:ख झेलेगे सदा,
जीत, से तुम जगजीत हो गये
अचानक तुम ये कैसे जुदा हो गए
तुम हर तरफ थे हर जगह हो गए
जिक्र,जब भी होगा गजलों का-,
होठों से,गा कर तुम अमर हो गए,,,,
RECENT POST: तेरी फितरत के लोग,
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर देश के नेताओं के लिए दुआ कीजिये - ब्लॉग बुलेटिन आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर पूरी ब्लॉग बुलेटिन टीम और पूरे ब्लॉग जगत की ओर से हम देश के नेताओं के लिए दुआ करते है ... आपकी यह पोस्ट भी इस प्रयास मे हमारा साथ दे रही है ... आपको सादर आभार !
जवाब देंहटाएंश्री जगजीत सिंह को विनम्र श्रद्धांजलि..
जवाब देंहटाएंअच्छा किया आपने उनकी चर्चा कर। गटर माहौल में,संगीत ही सहारा है।
जवाब देंहटाएंआपके लेख संग्रहणीय हैं, शिवम भाई !
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें आपको !