पूरे दिन में हमारे साथ जो जो होता है उसका ही एक लेखा जोखा " बुरा भला " के नाम से आप सब के सामने लाने का प्रयास किया है |
यह जरूरी नहीं जो हमारे साथ होता है वह सब " बुरा " हो, साथ साथ यह भी एक परम सत्य है कि सब " भला " भी नहीं होता |
इस ब्लॉग में हमारी कोशिश यह होगी कि दिन भर के घटनाक्रम में से हम " बुरा " और
" भला " छांट कर यहाँ पेश करे |
शुक्रवार, 1 अप्रैल 2011
बधाइयाँ और शुभकामनाएं !
आज १ अप्रैल है यानी मुर्ख दिवस ...
आप सब को इस महान दिन की बहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं !
गलत बात है काहे की बधाई हम कोई एक दिन बेफकुफ़ थोड़े बनते है जो हमें आज बधाई मिले हमें तो हर दिन ये नेता बेफकुफ़ बनाते है बस हर पांच साल बाद उनके चहरे बदल जाते है |
aap ko bhi
जवाब देंहटाएंगलत बात है काहे की बधाई हम कोई एक दिन बेफकुफ़ थोड़े बनते है जो हमें आज बधाई मिले हमें तो हर दिन ये नेता बेफकुफ़ बनाते है बस हर पांच साल बाद उनके चहरे बदल जाते है |
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