पूरे दिन में हमारे साथ जो जो होता है उसका ही एक लेखा जोखा " बुरा भला " के नाम से आप सब के सामने लाने का प्रयास किया है |
यह जरूरी नहीं जो हमारे साथ होता है वह सब " बुरा " हो, साथ साथ यह भी एक परम सत्य है कि सब " भला " भी नहीं होता |
इस ब्लॉग में हमारी कोशिश यह होगी कि दिन भर के घटनाक्रम में से हम " बुरा " और
" भला " छांट कर यहाँ पेश करे |
चिडियों का यह कलरव व्रंदन कोयल की मीठी कुहू कुहू , बादल का यह गंभीर गर्जन वर्षा ऋतु की रिमझिम रिमझिम हर मौसम की रागिनी अलग स्रजनाने वाला कौन ? मेघ को देख घने वन में मयूर नचवाने वाला कौन ?
इस चित्रकार के लिए बहुत पहले एक गीत लिखा था ...उसकी यह चार लाइने प्रतिक्रिया स्वरूप दे रहा हूँ ! शुभकामनायें शिवम् जी
एक काम करता हूँ पहले इस चित्र को सहेज लेता हूँ..................अनुमति है? हाँ तो क्या कह रहे थे आप ............? ओह चित्रकार कौन है.................. ऊऊऊऊऊऊँ याद नहीं आ रहा है..............?
भाई मुझे तो ये बताओ की ये चित्रकार रंग भर रहा है या रंग उतार रहा है. ऊपर से आती हुई मछली रंगीन है और नीचे वाली मछली रंगहीन. चलो जो हो मुझे तो चित्रकार का हाथ पसंद आया. जिसका हाथ इतना सुन्दर है वो पूरे का पूरा कितना सुन्दर होगा.
कोई भी हो जी
जवाब देंहटाएंलेकिन चित्र मंत्र-मुग्ध कर देने वाला है। आपके प्रश्न से कभी आध्यात्म की तरफ विचार जाता है तो कभी सुन्दर हाथ की तारीफ करने का दिल करता है।
प्रणाम
तुलिका कौन?जिसनें भर दिए अनुपम रंग
जवाब देंहटाएंशील गुण सौंदर्य सब आन मिले हैं संग ।
यह कृति सबसे बड़े चित्रकार की है,
जिसकी कृतियां सर्वत्र बिखरी हुई हैं।
पहले बताओ शिवम जी ब्रश कब तक स्थिर रहेगा पानी में
जवाब देंहटाएंजस्ट मौज के लिये
पर अदभुत कल्पना शीलता वाह
हाथ में तूलिका होनी चाहिए!
जवाब देंहटाएंनाम में क्या धरा है?
हाथों से तो कोई चित्रकारा लग रही हैं शिवम भाई ...जो भी हों चित्र तो बेजोड है ही ...रंग भरने की तकनीक उससे भी बेजोड है
जवाब देंहटाएंअब बिना शक्ल देखे कैसे बता सकते हैं की चित्र्कारा कौन है, लेकिन चित्र बेहद खूबसूरत है..अद्भुत..
जवाब देंहटाएंचिडियों का यह कलरव व्रंदन
जवाब देंहटाएंकोयल की मीठी कुहू कुहू ,
बादल का यह गंभीर गर्जन
वर्षा ऋतु की रिमझिम रिमझिम
हर मौसम की रागिनी अलग स्रजनाने वाला कौन ?
मेघ को देख घने वन में मयूर नचवाने वाला कौन ?
इस चित्रकार के लिए बहुत पहले एक गीत लिखा था ...उसकी यह चार लाइने प्रतिक्रिया स्वरूप दे रहा हूँ ! शुभकामनायें शिवम् जी
एक काम करता हूँ पहले इस चित्र को सहेज लेता हूँ..................अनुमति है?
जवाब देंहटाएंहाँ तो क्या कह रहे थे आप ............?
ओह चित्रकार कौन है..................
ऊऊऊऊऊऊँ याद नहीं आ रहा है..............?
वाह भाई जी क्या पोस्ट की है
जवाब देंहटाएंभाई मुझे तो ये बताओ की ये चित्रकार रंग भर रहा है या रंग उतार रहा है. ऊपर से आती हुई मछली रंगीन है और नीचे वाली मछली रंगहीन. चलो जो हो मुझे तो चित्रकार का हाथ पसंद आया. जिसका हाथ इतना सुन्दर है वो पूरे का पूरा कितना सुन्दर होगा.
जवाब देंहटाएंkudrat hi hai...
जवाब देंहटाएंविचार शून्य बंधु की बात में दम है। नीचे आते आते रंग और रंगीनियां मछलियों से गायब हो रहे हैं, या शायद ट्रांसफ़र हो रहे हैं ब्रश के जरिये।
जवाब देंहटाएंगजब की कलाकारी
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