हर शाख पे उल्लू बैठा है ,
तो अंजाम-ऐ-गुलिस्तान क्या कहिये ??
हुकुमरानों की भीड़ में,जो नहीं कोई रहेनुमा ,
तो अंजाम-ऐ-नौजवान क्या कहिये ??
जब हर गली में नेता रहेता है ,
तो अंजाम-ऐ-हिंदुस्तान क्या कहिये ??
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