tag:blogger.com,1999:blog-3999804800669411731.post7885199849801441799..comments2024-03-12T14:48:06.548+05:30Comments on बुरा भला: "हम लोग" के २५ साल - ०७/०७/१९८४ - ०७/०७/२००९शिवम् मिश्राhttp://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3999804800669411731.post-15992998323002252642009-07-10T15:29:47.343+05:302009-07-10T15:29:47.343+05:30बिलकुल सही राजीव जी "रूकावट के लिए खेद" ...बिलकुल सही राजीव जी "रूकावट के लिए खेद" तो रोज़मर्रा कि बोलचाल में भी अपना एक मुकाम बना चूका है |शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3999804800669411731.post-3765741614681812162009-07-10T12:54:13.737+05:302009-07-10T12:54:13.737+05:30कुछ पुरानी यादें ताजा हो गईं इस बहाने।कुछ पुरानी यादें ताजा हो गईं इस बहाने।Anshu Mali Rastogihttps://www.blogger.com/profile/01648704780724449862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3999804800669411731.post-5193093599844086072009-07-10T12:44:36.281+05:302009-07-10T12:44:36.281+05:30आपने बिल्कुल सही फरमाया। टी.वी. एंटीना सेट करने ...आपने बिल्कुल सही फरमाया। टी.वी. एंटीना सेट करने की बात तो बिल्कुल सजीव है। उस दौर के सीरियल हमारे जहन में इस कदर बस गए हैं कि उन्हें लेकर नॉस्टेल्जिक हो जाना स्वाभाविक है।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3999804800669411731.post-61745628058247254232009-07-10T12:41:28.206+05:302009-07-10T12:41:28.206+05:30"रूकावट के लिए खेद है " .....को केसे भूल..."रूकावट के लिए खेद है " .....को केसे भूल गए जनाब ......RAJIV MAHESHWARIhttps://www.blogger.com/profile/14655178760836239744noreply@blogger.com