पूरे दिन में हमारे साथ जो जो होता है उसका ही एक लेखा जोखा " बुरा भला " के नाम से आप सब के सामने लाने का प्रयास किया है |
यह जरूरी नहीं जो हमारे साथ होता है वह सब " बुरा " हो, साथ साथ यह भी एक परम सत्य है कि सब " भला " भी नहीं होता |
इस ब्लॉग में हमारी कोशिश यह होगी कि दिन भर के घटनाक्रम में से हम " बुरा " और
" भला " छांट कर यहाँ पेश करे |
गुरुवार, 23 मार्च 2017
८६ वें बलिदान दिवस पर शत शत नमन
८६ वें बलिदान दिवस पर अमर शहीद सरदार भगत सिंह जी , सुखदेव जी और राजगुरु जी को शत शत नमन !
नमन।
जवाब देंहटाएंसार्थक सामयिक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंशत शत नमन !
अतीत को याद करना आज और कल के लिए फलदायी है। उत्तम प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंस्वाधीनता का अर्थ वह क्या जाने जो स्वाधीन वातावरण में खेला है ,
जवाब देंहटाएंउस पीढ़ी से जाकर पूछो जिसने पराधीनता का दर्द झेला है।
शहीदों को हमारा नमन !