पूरे दिन में हमारे साथ जो जो होता है उसका ही एक लेखा जोखा " बुरा भला " के नाम से आप सब के सामने लाने का प्रयास किया है |
यह जरूरी नहीं जो हमारे साथ होता है वह सब " बुरा " हो, साथ साथ यह भी एक परम सत्य है कि सब " भला " भी नहीं होता |
इस ब्लॉग में हमारी कोशिश यह होगी कि दिन भर के घटनाक्रम में से हम " बुरा " और
" भला " छांट कर यहाँ पेश करे |
गुरुवार, 28 जुलाई 2016
पापा का ८० वां जन्मदिन
हैप्पी बर्थड़े ... पापा ... :-)
काश आप साथ होते तो पहले की तरह इस दिन की खुशी मना पाता ...
महसूस करने की बात है
जवाब देंहटाएंहोते ही हमारे साथ हैं
उनके होने का आभास भर
ही बहुत बहुत होता है
हर लम्हा क्यों ना
सोचें कि हैं बस आसपास हैं ।
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, " सम्मान खोते उच्च न्यायालय “ , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
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