पूरे दिन में हमारे साथ जो जो होता है उसका ही एक लेखा जोखा " बुरा भला " के नाम से आप सब के सामने लाने का प्रयास किया है |
यह जरूरी नहीं जो हमारे साथ होता है वह सब " बुरा " हो, साथ साथ यह भी एक परम सत्य है कि सब " भला " भी नहीं होता |
इस ब्लॉग में हमारी कोशिश यह होगी कि दिन भर के घटनाक्रम में से हम " बुरा " और
" भला " छांट कर यहाँ पेश करे |
शनिवार, 4 जुलाई 2015
स्वामी विवेकानंद जी की ११३ वीं पुण्यतिथि
स्वामी विवेकानन्द (जन्म: १२ जनवरी,१८६३ - मृत्यु: ४ जुलाई,१९०२)
"हम ऐसी शिक्षा चाहते हैं जिससे चरित्र
निर्माण हो। मानसिक शक्ति का विकास हो। ज्ञान का विस्तार हो और जिससे हम
खुद के पैरों पर खड़े होने में सक्षम बन जाएं।"
- स्वामी विवेकानंद जी
स्वामी विवेकानंद जी को उनकी ११३ वीं पुण्यतिथि पर शत शत नमन ।
नमन । काश इन सभी महान आत्माओं को लोग पढ़ पाते समझ पाते आत्मसात कर पाते । दुख: होता है जब ये सब राजनीति के झंडे हो जाते हैं मूर्तियाँ हो जाते हैं पोस्टर हो जाते हैं ।
नमन ।
जवाब देंहटाएंकाश इन सभी महान आत्माओं को लोग पढ़ पाते समझ पाते आत्मसात कर पाते । दुख: होता है जब ये सब राजनीति के झंडे हो जाते हैं मूर्तियाँ हो जाते हैं पोस्टर हो जाते हैं ।
शत शत नमन ...
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