tag:blogger.com,1999:blog-3999804800669411731.post7825766492307396164..comments2024-03-12T14:48:06.548+05:30Comments on बुरा भला: छत्तों पे अब नही दिखते नोशेरवां......शिवम् मिश्राhttp://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3999804800669411731.post-67930676352099822372009-06-02T15:06:43.912+05:302009-06-02T15:06:43.912+05:30हिर्देश,
निदा फाजली साहब ने ठीक ही लिखा है कि,
"धु...हिर्देश,<br />निदा फाजली साहब ने ठीक ही लिखा है कि,<br />"धुप में निकलो घटायो में नहा कर देखो .<br />ज़िन्दगी क्या है , किताबो को हटा कर देखो |"<br /><br />आज कल की competition से भरी ज़िन्दगी में माँ - बाप बच्चो का बचपन भूलते जा रहे है! और फ़िर कंप्यूटर के ज़माने में बच्चे पतंग जैसी मामूली चीज़ का मोल क्या जाने ?<br />वक़्त - वक़्त की बात है |शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.com