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रविवार, 24 अप्रैल 2011

अनचाही कॉल से मुक्ति - कम से कम एक साल तक नहीं

कम से कम एक साल तक अनचाही कॉल से मुक्ति नहीं मिलने वाली है। ऐसे कॉल और एसएमएस से छुटकारा दिलाने के लिए बीएसएनएल को अपने नेटवर्क में सुधार लाना होगा और इसकी मंजूरी लेने में दस महीने का समय लगेगा। दूरसंचार नियामक प्राधिकरण [ट्राई] ने अनचाही कॉल की समस्या दूर करने के लिए टेलीमार्केटिंग कंपनियों को एक खास सीरीज वाले नंबर देने का आदेश दिया है। ऐसा करने के लिए बीएसएनएल को अपना नेटवर्क उन्नत करना होगा।
ट्राई के अनुरोध पर दूरसंचार विभाग ने टेलीमार्केटिंग कंपनियों को मोबाइल फोन के लिए '140' से शुरू होने वाले नंबर सीरीज मुहैया कराए थे लेकिन लैंडलाइन कनेक्शन के लिए कोई नंबर सीरीज उपलब्ध न होने के कारण अनचाही कॉल की समस्या पर लगाम लगाना संभव नहीं हो पाया।
इसकी वजह यह है कि लैंडलाइन नंबर में तीन और अंक जोड़ देने पर 13 अंकों वाली सीरीज बनती है। दूरसंचार नेटवर्क में 13 अंकों वाले नंबर के संप्रेषण के लिए बीएसएनएल और एमटीएनएल को अपने एक्सचेंज की तकनीक को उन्नत करना होगा। हालांकि निजी दूरसंचार कंपनियों ने कहा है कि वे अपने एक्सचेंज को कुछ हफ्तों में नई तकनीक से लैस कर सकते हैं लेकिन बीएसएनएल और एमटीएनएल को इसके लिए ज्यादा समय चाहिए क्योंकि उन्हें नई तकनीक हासिल करने के लिए नीलामी की प्रक्रिया अपनानी होगी।
बीएसएनएल के पास लैंडलाइन कनेक्शन के लिए देश भर में 38 हजार एक्सचेंज हैं। इनमें से लगभग सभी एक्सचेंजों में 13 अंकों वाले नंबर के संप्रेषण के लिए उन्नत तकनीकी का इस्तेमाल करना होगा।

शुक्रवार, 15 अप्रैल 2011

जोड़ी सलामत रहे...

श्री नंदन मिश्रा और श्रीमती अनिला मिश्रा
शादी की ३५ वी सालगिरह बहुत बहुत मुबारक हो !
यह जोड़ी सलामत रहे बस यही दुआ है ... 

आई लव यू माँ - पा !!

बुधवार, 13 अप्रैल 2011

एक छोटी सी गुज़ारिश ...

आज १३ अप्रैल है ... यु तो हम में से काफी लोगो की ज़िन्दगी में इस दिन का कोई न कोई ख़ास महत्व जरूर होगा ... किसी का जन्मदिन या फिर किसी की शादी की वर्षगाँठ ... कुछ भी हो सकता है ... खैर जो भी हो ... आप आज उस खास पल को याद जरूर कीजियेगा जिस पल ने आप की ज़िन्दगी को ऐसे हजारो खुशनुमा पल दिए !

बस एक छोटी सी गुज़ारिश है ... साथ साथ याद कीजियेगा उन हजारो बेगुनाह लोगो को जिन को आज के ही दिन गोलियों से भुन दिया गया सिर्फ इस लिए क्यों की वो अपने अधिकारों की बात कर रहे थे ... आज़ादी की बात कर रहे थे ... जी हाँ ... आप की रोज़मर्रा की इस आपाधापी भरी ज़िन्दगी  में से मैं कुछ पल मांग रहा हूँ ... जलियाँवाला बाग़ के अमर शहीदों के लिए ... जिन को आजतक हमारी सरकार ने शहीद का दर्जा भी नहीं दिया जब कि देश को आजाद हुए भी अब ६४ साल हो जायेंगे !!!

अन्दर जाने का रास्ता ... तंग होने के कारण जनरल डायर अन्दर टैंक नहीं ले जा पाया था ... नहीं तो और भी ना जाने कितने लोग मारे जाते !!

बाग़ की दीवालों पर गोलियों के निशान

यहाँ से ही सिपाहियों ने भीड़ पर गोलियां चलाई थी

हत्याकांड का एक (काल्पनिक) चित्र

शहीद स्मारक

सूचना


जलियाँवाला बाग़ के सभी अमर शहीदों को हमारा शत शत नमन !!

जय हिंद !!


मंगलवार, 5 अप्रैल 2011

एक अपील :- सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं ... ये सूरत बदलनी चाहिए

एक अपील

आज आप कोई भी खबरिया चैनल खोल लो दो ही खबरे देखने को मिल रही है ... एक तो भारत की विश्व कप जीत और उस से जुड़े हुए विवाद के बारे में या फिर अन्ना हजारे के अनशन के बारे में ... 

अब दिक्कत यह है कि हमारी आज की युवा पीड़ी की जागरूकता फेसबुक या ट्विटर तक ही सिमित रह गयी है ... कोई भी मुद्दा ले लीजिये ... अपना स्टेटस मैसेज लिखा और ज़िम्मेदारी हो गयी पूरी !! 

डिटेल में जाने का नहीं ... टाइम खोटी करने का नहीं ... क्यों कि अपन नेता नहीं ... 

पर क्या इस रवैये से किसी का भला होना है ... जवाब मैं ही दिए देता हूँ ... नहीं !!

आप चाहे कुछ भी करते हो ... जो भी आप की हैसियत हो ... कम से कम देश के लिए इतना तो कर ही सकते है कि अपने आस पास अगर कुछ गलत होता दिखे तो उसका विरोध कीजिये ... नहीं तो कम से कम जो विरोध कर सकते हो उनको सूचित कीजिये ... प्रशासन कुछ नहीं करता क्युकि हम कुछ नहीं करते ... एक बार आवाज़ उठा कर तो देखिये ... फिर आपको पता चलेगा ... आपमें कितना दम है !! 

आम जनता में कितना दम है ... !!! 

सिर्फ एक आवाज़ ... देश और कुछ नहीं मांगता आपसे ... सिर्फ एक इमानदार आवाज़ एक इमानदार पहल !! 


दुष्यंत कुमार जी की एक कविता है ... शायद आपके कुछ काम आये ...

हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए

आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी
शर्त थी लेकिन कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए

हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में
हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए

सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं
मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए

मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए
  



अन्ना हजारे जी की इस पवित्र सामूहिक महा अभियान में  मैं भी पूरी भावनात्मकता के साथ शामिल हूँ ... आप भी आइये !

इंक़लाब जिंदाबाद - जय हिंद !!

सोमवार, 4 अप्रैल 2011

नवसंवत्सर शुभ हो

आपके लिए ...हम सबके के लिए ...हमारे पूरे देश के लिए नवसंवत्सर शुभ हो, मंगलमय हो ...यही प्रार्थना है |

शनिवार, 2 अप्रैल 2011

वनडे क्रिकेट की बादशाह बनी टीम इंडिया

गौतम गंभीर [97] और कप्तान धौनी [नाबाद 91] ने विश्व कप के महासंग्राम में जूझारू पारी खेलकर 28 साल के खिताबी सूखे को समाप्त करते हुए भारत को क्रिकेट का नया चैंपियन बना दिया है। टीम इंडिया ने इस रोमांचक जंग में गत उपविजेता श्रीलंका को छह विकेटों से हराकर सचिन तेंदुलकर का सपना पूरा करने के साथ ही कोच गैरी क‌र्स्टन को शानदार विदाई भी दे दी।
धौनी ने 49वें ओवर में तेज गेंदबाज नुवान कुलाशेखरा की गेंद पर छक्का मारकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। भारत दूसरी बार विश्व चैंपियन बनने वाला एशिया का पहला देश बना गया है। भारत के अलावा आस्ट्रेलिया ने चार बार और वेस्टइंडीज ने दो बार विश्व कप जीता है। भारतीय कोच क‌र्स्टन के लिए भी यह शानदार विदाई जैसी है क्योंकि विश्व कप के बाद टीम इंडिया से अलग हो जाएंगे। वहीं श्रीलंका को लगातार दूसरी बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। पिछले विश्व कप में वह आस्ट्रेलिया के हाथों हार गया था। टूर्नामेंट में शानदार हरफनमौला खेल दिखाने वाले युवराज सिंह को विश्व कप में प्लेयर आफ द टूर्नामेंट चुना गया।
गंभीर के बाद कप्तान धौनी ने युवराज [नाबाद 21] के साथ बेहतरीन साझेदारी कर टीम को चैंपियन बना दिया। भारत ने गंभीर, धौनी और विराट कोहली [35] की साहसिक पारी की बदौलत 10 गेंदें शेष रहते लक्ष्य को हासिल कर लिया। इससे पूर्व श्रीलंका के लिए महेला जयवर्धने [नाबाद 103] की उत्कृष्ट शतकीय पारी की बदौलत मेहमान टीम ने 50 ओवर में छह विकेट खोकर 274 रन बनाए। जयवर्धने ने टूर्नामेंट में अपने दूसरे शतक में 88 गेंदें खेली और 13 चौकों लगाए। वह फाइनल मैच में शतक लगाने वाले छठे बल्लेबाज हैं। श्रीलंका के थिषारा परेरा [नाबाद 22 रन, नौ गेंद] ने पारी की अंतिम ओवर [जहीर] में 18 रन ठोक दिए। भारत की ओर से युवराज और जहीर ने दो-दो विकेट निकाले।
जवाब में उतरी टीम इंडिया को शुरुआत में ही लसिथ मलिंगा [2/42] ने घातक गेंदबाजी करते हुए वीरेंद्र सहवाग [0] और तेंदुलकर [18] को जल्द ही चलता किया लेकिन गंभीर और कोहली ने तीसरे विकेट के लिए 15.3 ओवर में 83 रन की साझेदारी कर टीम को मैच में वापस ला दिया। गंभीर ने 56 गेंदों में अपना 25वां पचासा पूरा किया। दूसरी तरफ कोहली एक बढि़या पारी खेल रहे थे लेकिन दिलशान की गेंद पर वह काटएंडबोल्ड हो गए। इस बीच गंभीर ने 24वां रन पूरा करते हुए वनडे करियर में 4000 रन पूरे किए। गंभीर यह उपलब्धि हासिल करने वाले 11वें भारतीय बल्लेबाज हैं। श्रीलंका एकमात्र ऐसी टीम है जिसके खिलाफ उन्होंने 1000 से अधिक रन बनाए हैं। इससे पूर्व विस्फोटक सहवाग आज खाता खोल बगैर ही पवेलियन लौट गए। सहवाग पारी व मलिंगा की दूसरी ही गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। हालांकि उन्होंने यूडीआरएस लिया लेकिन फैसला भारत के पक्ष में नहीं आया। इसके बाद सचिन [18] और गंभीर ने पारी को आगे बढ़ाया तथा स्कोर 31 रन तक ले गए। सातवें ओवर की पहली गेंद पर मलिंगा ने तेंदुलकर को विकेट के पीछे कैच आउट कराकर टीम इंडिया को तगड़ा झटका दे दिया। मात्र 18 रन बनाकर आउट होने से सचिन टूर्नामेंट में अपने पांच सौ रन पूरे नहीं कर सके और 482 रन बनाकर विश्व कप का अभियान समाप्त किया। वहीं विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले सबसे आगे चल रहे दिलशान तिलकरत्ने ने इस मैच में बड़ी पारी नहीं खेली लेकिन 33 रनों की पारी खेलकर टूर्नामेंट में पांच सौ रन का आंकड़ा छूने वाले पहले बल्लेबाज बन गए।
कोहली के आउट होने पर कप्तान धौनी क्रीज पर आए और गंभीर के साथ चौथे विकेट के लिए 109 रनों की साझेदारी कर टीम का स्कोर दो सौ के पार पहुंचाया। विश्व कप में अब तक नाकाम रहे धौनी ने फार्म में जोरदार वापसी की और 52 गेंदों में पचासा पूरा कर लिया। जूझारू पारी खेलने वाले गंभीर ने लगातार संयम दिखाया लेकिन शतक से वह जब तीन रन दूर थे वह अपना संयम खो बैठे परेरा की गेंद पर आगे बढ़कर मारने के प्रयास में बोल्ड हो गए। गंभीर के बाद युवराज क्रीज पर आए लेकिन शुरू में इन्हें लय बनाने में समय लगा। धौनी ने इस पारी में अपने छह हजार रन भी पूरे किए। धौनी ने युवराज के साथ पांचवें विकेट के लिए 54 रनों की अविजित पारी खेल टीम इंडिया को जीत दिला दी।
इससे पूर्व टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने बेशक शुरुआत के अनिवार्य बैटिंग पावरप्ले में महज 31 रन जुटाए थे लेकिन उसने इसकी भरपाई बैटिंग पावर प्ले के दौरान 63 रन जुटाकर कर ली। थिषारा परेरा ने जहीर के अंतिम दो ओवरों में 17 और 18 रन जोड़ते हुए अपनी टीम को सम्मानजनक योग तक पहुंचा दिया। जयवर्धने के नेतृत्व में श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने खराब शुरुआत और उसके बाद भारतीय गेंदबाजों की सधी गेंदबाजी के कारण सामने आई बेबसी को भुलाते हुए शानदार पारियां खेलीं। यह जयवर्धने की शतकीय पारी का ही कमाल था कि 45 ओवरों तक 211 रन बनाने वाली श्रीलंकाई टीम 274 रन बनाने में सफल रही। जयवर्धने के अलावा कप्तान कुमार संगकारा ने 48 और तिलकरत्ने दिलशान ने 33 रनों का योगदान दिया। थिलन समरवीरा ने 21 रन बनाए और नुवान कुलाशेखरा तथा परेरा ने अंतिम समय में जयवर्धने के साथ शानदार साझेदारियां निभाते हुए क्रमश: 66 और नाबाद 26 रन जोड़े। कुलाशेखरा ने 30 गेदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 32 रन बनाए जबकि परेरा नौ गेंदों पर तीन चौकों और जहीर की अंतिम गेंद पर लगाए गए छक्के की मदद से 22 रन जोड़े। भारत की ओर से इस विश्व कप में कुल 21 विकेट झटककर पाकिस्तान के कप्तान शाहिद अफरीदी की बराबरी करने वाले जहीर खान और युवराज सिंह ने इस मैच में दो-दो विकेट लिए। जहीर ने अपने शुरुआती सात ओवरों में सिर्फ 16 रन दिए थे लेकिन 10वे ओवर की समाप्ति तक वह 60 रन लुटा चुके थे। हरभजन सिंह को भी एक सफलता मिली। कुलाशेखरा रन आउट हुए। 


सभी को इस महान जीत पर बहुत बहुत हार्दिक 

बधाइयाँ और शुभकामनाएं !

गो इंडिया गो !!





भारतीय क्रिकेट टीम को सभी मैनपुरी वासियों की 

ओर से हार्दिक शुभकामनाएं !!

शुक्रवार, 1 अप्रैल 2011

बधाइयाँ और शुभकामनाएं !

आज १ अप्रैल है यानी मुर्ख दिवस ... 
 
आप सब को इस महान दिन की बहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं !

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