सदस्य

 

शुक्रवार, 21 मई 2010

दे दो कसाब को फ़ासी !!


आपने भी सोचा होगा कि यदि हाथ आ जाए, तो मुंबई हमले के दोषी पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को फांसी पर चढ़ा दें। आप अपनी यह ख्वाहिश इंटरनेट के गेम 'हैंग कसाब' में पूरी कर सकते हैं। गेम में आप जितनी बार चाहें, उतनी बार कसाब को फांसी दे सकते हैं। हर बार फांसी देने पर प्वाइंट भी मिलेंगे। इंटरनेट पर यह गेम काफी लोकप्रिय हो रहा है।

आनलाइनरियलगेम्स डाट काम पर 'हैंग कसाब' उपलब्ध है। वैसे यह गेम बहुत आसान भी नहीं है क्योंकि इसमें 'कसाब' फांसी पर चढ़ने से बचने की हरसंभव कोशिश करता है। फांसी देने में कामयाब होने पर खिलाड़ी को सौ प्वांइट मिलते हैं। गेम का समय एक मिनट है।

गेम को बनाने वाले सेवनसी टेक्नोलाजी के प्रबंधक निदेशक मारुति शंकर कहते हैं, 'कसाब को फांसी कौन देगा? इस पर कई खबरें आ रही थी। सो, हमने फैसला किया क्यों न ऐसा गेम बनाया जाए, जिसमें हर भारतीय को आतंकी कसाब को फांसी देने और उस पर अपना गुस्सा उतारने का मौका मिले।'

उन्होंने बताया कि इस गेम का प्रचार नहीं किया जा रहा है क्योंकि यह व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि देशभक्ति की भावना से विकसित किया गया है। इस गेम के माध्यम से प्रतिदिन एक लाख लोग रोज कसाब को फांसी दे रहे हैं। इस गेम को कोई भी आनलाइन खेल सकता है।

6 टिप्‍पणियां:

  1. कसाब जैसे आतंकवादियों के प्रति अधिकांश भारतीयों के मन में कितनी घृणा है, इसका अनुमान इस गेम से ही लगाया जा सकता है। लेकिन दुःख है कि हमारी सरकार फिर भी अफजल गुरुओं जैसे आतंकवादियों को सरकारी दामाद बनाकर रख रही है। आखिर, क्युं ना करे ऐसा, पापी पेट/वोट का जो सवाल है !!

    जवाब देंहटाएं
  2. sahi hai wahan faansi ke naam pe hamse khel ho raha hai...yaha ye naya khel hai...

    जवाब देंहटाएं
  3. नही इस के नाम से तो हम सब को घृणा है, इस लिये गेम के नाम से इसे देख नही सकते , ओर इस गेम से तो यह हीरो बन जायेगा

    जवाब देंहटाएं
  4. अब देर कैसी?
    किसलिए इस दुष्ट की फाँसी टाली जा रही है?

    जवाब देंहटाएं
  5. कितने भोले है हम सब !
    क्या कसाब को फांसी देने से सब ठीक हो जायेगा?
    किस बात का गुस्सा किन बातों पर उतार देतें है, हम सब.
    और गहरे से समझना होगा ये खेल, इस खेल के खिलाडियों को...जागो भारत जागो.....

    जवाब देंहटाएं
  6. इसमें भी खर्चा आयेगा शिवम् जी ! वैसे ही इस कमीने पर हमारे देश का बहुत सा धन खर्च हो चुका !

    जवाब देंहटाएं

आपकी टिप्पणियों की मुझे प्रतीक्षा रहती है,आप अपना अमूल्य समय मेरे लिए निकालते हैं। इसके लिए कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।

ब्लॉग आर्काइव

Twitter