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सोमवार, 6 जुलाई 2009

बाजार पर नहीं चला बंगाली बाबू का जादू


वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के बजट से बहुत ज्यादा आस लगाए दलाल स्ट्रीट के निवेशकों को निराशा हाथ लगी। राजकोषीय घाटे के 14 साल में सबसे ज्यादा रहने के अनुमान ने तो उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इसके बाद चली चौतरफा बिकवाली सेंसेक्स 870 अंक यानी 5.83 फीसदी का गोता लगा गया। बंबई शेयर बाजार [बीएसई] के इस संवेदी सूचकांक में यह किसी बजट के दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।

सेंसेक्स में 8 महीने की भी यह सबसे बड़ी गिरावट है। 24 अक्टूबर, 08 को रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद यह 1070.63 अंक लुढ़का था। एक समय संवेदी सूचकांक 14 हजार अंक के नीचे जाने के बाद आखिर में यह 14043.40 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 258.55 अंक यानी 5.84 फीसदी लुढ़ककर 4165.70 पर बंद हुआ।

भारी राजकोषीय घाटे, मैट में बढ़ोतरी व एसटीटी जारी रखने की चिंता के बोझ तले दलाल स्ट्रीट दबकर रह गई। रही सही कसर यूरोपीय बाजारों की कमजोरी ने पूरी कर दी। वित्ता मंत्री द्वारा पेश बजट में बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ाने और ईंधन कीमतों को नियंत्रण मुक्त करने जैसे किसी बड़े आर्थिक सुधार की घोषणा नहीं की गई। सरकार के उधारी कार्यक्रम ने ब्याज दर में बढ़ोतरी की आशंका बढ़ा दी है। इस उधारी के चलते बाजार में पूंजी की कमी हो सकती है, क्योंकि इसके तहत बहुत बड़ी रकम सरकार के पास चली जाएगी। इससे निवेशकों का भरोसा और टूट सकता है।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ 14962.12 अंक पर खुला। उम्मीद से भरा यह सूचकांक एक घंटे बाद ही उछलकर 15 हजार का आंकड़ा पारकर 15097.87 अंक के ऊंचे स्तर पर जा पहुंचा। इसके बाद प्रणब दा का पिटारा खुलते ही सेंसेक्स में गिरावट शुरू हो गई। सत्र के दौरान यह एक समय लुढ़ककर सत्र के निचले स्तर 13959.44 पर आ गया।

बिकवाली की सबसे ज्यादा मार बैंकिंग व रीयल एस्टेट कंपनियों के शेयरों पर पड़ी। बजट में दोनों क्षेत्रों की उम्मीदें पूरी न होने से बीएसई का बैंकेक्स सूचकांक 8.17 व रीयल एस्टेट 7.28 फीसदी गिरकर बंद हुए। कैपिटल गुड्स में 7.22 फीसदी की गिरावट आई। मेटल, पावर व आयल एंड गैस से जुड़े सूचकांक भी 5 फीसदी से ज्यादा नुकसान के साथ बंद हुए। बीएसई में केवल एफएमसीजी सूचकांक ही बिकवाली के दबाव से बच पाया और 0.97 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में सिर्फ 2 के शेयर ही फायदा दर्ज कर पाए। इस दिन बीएसई में कारोबार बढ़कर 7330.75 करोड़ रुपये हो गया। शुक्रवार को यह आंकड़ा 5578.05 करोड़ रुपये था।

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